पटना: बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सुप्रीमो नीतीश कुमार भी एनपीआर के नए प्रश्नों से खुश नहीं हैं। नीतीश कुमार चाहते हैं कि इसकी गणना पुरानी प्रश्नावली पर होना चाहिए। नीतीश ने ये बात मंगलवार को पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कही। नीतीश ने कहा कि नए प्रश्नों को जोड़ने के बाद भ्रम की स्थिति बनी है खासकर माता-पिता का जन्म और उम्र और इस जानकारी की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को मालूम नहीं होता कि उनके माता-पिता कहां पैदा हुए इसलिए जो पुराने सवालों की लिस्ट है उसी पर अमल किया जाना चाहिए। नीतीश ने कहा कि लोकसभा और राज्यसभा में उनकी पार्टी के संसदीय दल के नेता इस बारे में अपनी बात रखेंगे।
नए नागरिक कानून के बारे में उन्होंने कहा कि लोगों को सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकर को माहौल को सामान्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन्हें आपत्ति है उन्हें इस मामले में सर्वोच्च न्यायलय के सामने बहस करनी चाहिए। लेकिन विभिन्न राज्य सरकर द्वारा इसके खिलाफ जो प्रस्ताव पारित किए जा रहे हैं, हर प्रदेश का अपना-अपना अधिकार और राय होता है।
उन्होंने कहा कि अकारण आंदोलन करने से कोई फायदा नहीं होगा।