ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

सागर: मध्य प्रदेश में महिलाओं से छेड़छाड़ के पुलिस अफसरों व जवानों पर लग रहे आरोपों के बीच सागर से एक और खबर आई है। तालाब में नहा रही नाबालिग लड़की को दो कांस्टेबलों ने घूर कर देखा। इसकी थाने में शिकायत हुई तो गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने दोनों को निलंबित कर दिया।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को महिलाओं ने एक नाबालिग के साथ कोतवाली पहुंचकर शिकायत की थी कि तालाब के चकराघाट पर नहाने के बाद कपड़े बदल रही नाबालिग को दो कांस्टेबल घूर-घूरकर देख रहे थे।

इस मामले के चर्चा में आने पर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने रविवार सुबह पहले ट्वीट किया कि मोतीनगर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग को नहाने के दौरान दो कांस्टेबलों द्वारा घूरने का मामला संज्ञान में आया है। उसके तीन मिनट बाद ही दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि दोनों कांस्टेबलों को निलंबित कर जांच के आदेश दिए गए हैं।

नई दिल्ली: मध्यप्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) केस की जांच के तहत सीबीआई द्वारा छात्रों के चयन में अनियमितता के दावे के बाद राज्य में करीब 200 छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार इन छात्रों ने चार प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में मैनेजमैंट कोटा के तहत बड़ी फीस देकर नामांकन लिया था। अब जांच में सामने यह बात सामने आ रही है कि उनके चयन में धांधली हुई है।

अधिकारियों के मुताबिक जांच एजेंसी ने मध्य प्रदेश सरकार को चिट्ठी लिखकर इन उम्मीदवारों के खिलाफ जरूरी कदम उठाने को कहा है। यह ऐसे उम्मीदवार हैं जो मेडिकल कॉलेज में नामांकन के लिए किसी भर्ती परीक्षा में नहीं बैठे थे। अधिकारियों के अनुसार यह परीक्षा 2012 में व्यापमं की ओर से आयोजित किए गए थे।

इस बीच मध्यप्रदेश के व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) केस के मामले में सीबीआई ने इंदौर के अरुण अरोड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। अरुण अरोड़ा तब इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के एडमिशन कमेटी के चेयरमैन थे।

भोपाल: ऑस्ट्रेलिया में होने वाले पैसेफिक स्कूल गेम्स चैंपियनशिप के लिए मध्यप्रदेश से 29 की जगह 16 बच्चे जाएंगे, छह टिकटों पर मंत्री समेत मध्यप्रदेश के अधिकारी सफर करेंगे। बताया जा रहा है कि बच्चों का टिकट कागजातों की वजह से कटा, जिसमें पासपोर्ट भी शामिल है।

जिन बच्चों का टिकट कटा है उसमें मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पद्मनाभ नगर के 210 नंबर की झुग्गी में रहने वाली दो चैंपियन बहनें भी हैं। उनका ख्वाब था ऑस्ट्रेलिया जाकर देश की नुमाइंदगी करें, लेकिन उनकी जगह दो अधिकारी जाएंगे।

आशा और अंजलि गौतेला भोपाल के एमएलबी स्कूल में नवीं में पढ़ती हैं। चार भाई-बहनों को मां-बाप मुश्किल से पालते हैं, फिर भी दोनों बहनों के सपनों में कोई कमी नहीं आ पाई। पांच साल पहले उन्होंने स्कूल में सॉफ्ट बॉल खेलना शुरू किया। राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते।

तीन साल से ऑस्ट्रेलिया की तैयारी में पांच राष्ट्रीय पदक अपने नाम किए, जिसके बूते पैसेफिक स्कूल गेम्स के लिए चयन हुआ। 31 को चिठ्ठी मिली, कहा गया तीन दिन में कागजात जमा करें। पासपोर्ट नहीं था, लिहाज़ा नाम कट गया तैयारी धरी रह गई।

नरसिंहपुर: मध्य प्रदेश में कर्ज और फसल बर्बाद होने से किसानों की आत्महत्या करने का दौर थम नहीं रहा है। शनिवार रात नरसिंहपुर जिले के किसान रंजीत सिलावट (24) ने फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी। वह कर्ज और फसल की बर्बादी से बेहद तनाव में था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

रंजीत के परिजनों के अनुसार, रंजीत के पिता को कैंसर हो गया था, उनके उपचार पर बहुत रकम खर्च हुई। उपचार के लिए उसने कई लोगों से कर्ज भी ले रखा था। दूसरी ओर उड़द की फसल भी बुरी तरह चौपट हो गई थी। लागत भी नहीं निकली, जिससे वह तनाव में था और उसने शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात फांसी के फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली।

रंजीत के चचेरे भाई कनछेदी ने बताया कि पहले उड़द खराब हुई और उसके बाद धान बोई तो उसमें भी बड़ा नुकसान हो गया। इससे रंजीत तनाव में रहने लगा था। सुआताल के थाना प्रभारी एस. एस. ठाकुर ने आईएएनएस को रविवार को बताया कि रिमझिरी गांव के निवासी रंजीत नाम के युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख