भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट के सदस्यों को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने शंकराचार्य को न्यास में शामिल करने की मांग भी की। बता दें कि राम मंदिर का भूमि पूजन पांच अगस्त को होना है। दिग्विजय ने कहा, 'सभी चाहते हैं कि भव्य राम मंदिर का निर्माण हो। लेकिन उन्होंने (केंद्र सरकार) शंकराचार्य को न्यास में स्थान नहीं दिया, उनके स्थान पर विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को इसका सदस्य बना दिया गया। हम इस पर आपत्ति जताते हैं।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'अगर प्रधानमंत्री मोदी पांच अगस्त को मंदिर का शिलान्यास करते हैं, तो सभी शंकराचार्य और रामानंदी संप्रदाय के स्वामी रामनरेशाचार्य को भी भूमिपूजन के इस कार्यक्रम में आमंत्रित करना चाहिए और उन्हें न्यास का सदस्य घोषित करना चाहिए।' इससे पहले दिग्विजय प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाए जाने पर भी सवाल उठा चुके हैं। इस साल फरवरी में लिखे गए पत्र में दिग्विजय ने कहा था कि मंदिर निर्माण के लिए जब रामालय ट्रस्ट पहले से है तो नया ट्रस्ट बनाने की क्या आवश्यकता थी।
वहीं, एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार भी राम मंदिर निर्माण को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं। रविवार को एक कार्यक्रम में पवार ने कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना वायरस महामारी का उन्मूलन करने में मदद मिलेगी।