ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

भोपाल: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिरने के बाद एक तरफ जहां ऐसी कयासबाजी हो रही है कि भाजपा मध्य प्रदेश में भी कुछ बड़ा उलट फेर कर सकती है। हालांकि, बुधवार को जो खबर सामने आई है वह बिल्कुल इसके विपरित थी और भाजपा के लिए परेशानी पैदा करने वाली है। मध्य प्रदेश विधानसभा में अपराध कानून (संशोधन) पर वोटिंग के दौरान बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के दो विधायकों ने कमलनाथ सरकार के पक्ष में वोट किया। खुद सीएम कमलनाथ ने मीडिया को इस बात की जानकारी दी।

भाजपा के दो विधायकों ने कराई पार्टी की किरकिरी

कमलनाथ सरकार के पक्ष में बिल पर वोट कर भाजपा की किरकिरी करने वाले दो विधायकों में से एक नारायण त्रिपाठी ने कहा- यह मेरी घर वापसी है। त्रिपाठी कांग्रेस के विधायक थे जो साल 2014 के चुनाव के वक्त भाजपा में शामिल हो गए थे। विधायक ने दावा किया कि इस बिल पर भाजपा के दूसरे विधायक शरद कौल ने कमलनाथ सरकार का समर्थन किया। बता दें कि दोनों ही विधायक कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

वोटिंग के बाद कमलनाथ ने साधा भाजपा पर निशाना

कमलनाथ ने वोटिंग के बाद उनकी सरकार को अस्थिर बताने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा- ‘’रोजाना भारतीय जनता पार्टी कहती है कि हमारी सरकार अल्पमत वाली सरकार है और यह किसी भी दिन गिर जाएगी, आज विधानसभा में वोटिंग (अपराध कानून संशोधन पर) के दौरान भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों ने हमारी सरकार के पक्ष में वोट डाला है।”

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने विधानसभा में आज ही कहा ‘’हमारे ऊपर वाले नंबर 1 या नंबर 2 का आदेश हुआ तो 24 घंटे भी आपकी सरकार नहीं चलेगी। भाजपा नेता के इस बयान पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विधानसभा में कहा ‘’आपके ऊपर वाले नंबर 1 और 2 समझदार हैं, इसलिए आदेश नहीं दे रहे, आप चाहें तो अविश्वास प्रस्ताव ले आएं।

मध्य प्रदेश में कुल 230 विधानसभा की सीटें हैं। जिनमें से साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 जबकि भाजपा ने 109 सीटें जीती है। जबकि, बीएसपी के 2 विधायकों ने भी कांग्रेस सरकार को अपना समर्थन किया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख