इंदौर: देश के संविधान निर्माता डॉ बी आर अंबेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली महू में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशव्यापी ग्राम उदय से भारत उदय अभियान की शुरुआत की। अम्बेडकर की जयंती पर महू के कालीपल्टन क्षेत्र में स्थित उनकी जन्मस्थली पर बने अम्बेडकर स्मारक पर आने वाले नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। पीएम ने स्मारक में डॉ अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर देश के संविधान निर्माता को श्रद्धासुमन अर्पित किए, जिसके बाद उन्होंने पूरे स्मारक में घूम कर वहां रखी डॉ अंबेडकर से जुडी सभी निशानियों और तस्वीरों का अवलोकन किया। स्मारक की देखरेख से जुडे कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां रखी एक-एक चीज के बारे में जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनके साथ मौजूद रहे। मोदी ने अपने प्रधानमंत्री बनने का श्रेय अम्बेडकर को दिया। उन्होंने कहा कि दूसरे के घरों में बर्तन धोने वाली मां का बेटा पीएम बन गया यह अंबेडकर की देन है। पीएम मोदी ने महू में कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर संकल्प का दूसरा नाम थे। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर की जन्मस्थली आना सौभाग्य की बात है। अम्बेडकर के लिए उन्होंने कहा कि अपमानित होकर भी बाबा साहब ने समाज के पिछड़ों के लिए काम किया। भारत के विकास को पीएम मोदी ने गांव के विकास से जोड़ा। उन्होंने कहा कि भारत का विकास गांव के विकास से ही संभव है।
बजट गांव और विकास को समर्पित हैं। उन्होंने जनता से कहा कि ये सरकार जनता को पल-पल और पाई-पाई का हिसाब देने वाली सरकार है। पीएम मोदी ने 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य बनाया है। उनका लक्ष्य अगले ढाई सालों में सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने का भी है। इससे पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीएम मोदी का इंदौर हवाईअड्डे पर स्वागत किया। पीएम मोदी ने गुरुवार को देश के मुख्य संविधान निर्माता डॉ. बी. आर. अम्बेडकर को 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका आर्थिक दृष्टिकोण असाधारण है। प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मैं पूज्य बाबा साहब की जयंती पर उनके आगे शीष झुकाता हूं। जय भीम। वह विश्व मानव थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों तथा समाज में हाशिये पर जी रहे लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया।’’