नई दिल्ली: मध्य प्रदेश की सभी 230 और मिजोरम की 40 सीटों पर वोटिंग जारी है। मिजोरम में मतदान की शुरुआत सुबह सात बजे हुई। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने मताधिकार को प्रयोग किया। वे बुधनी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इधर, छतरपुर, इंदौर और भोपाल में कई बूथों पर ईवीएम खराब होने की शिकायत आ रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इवीएम में खराबी का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि कई ऐसे मतदान केंद्रों पर जो कांग्रेस के पक्ष के हैं, ईवीएम खराब होने की खबरें आ रहीं हैं।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में दो खराब ईवीएम होने की खबर है, अलीराजपुर में 11 वीवीपीएटी मशीनों, बुरहानपुर में पांच वीवीपीएटी और दो ईवीएम मशीनों को बदलने का काम किया गया है। 9 बजे तक मिजोरम में 15 फीसदी वोटिंग रिकार्ड की गयी। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी में अपने मताधिकार को प्रयोग किया। वह कांग्रेस के सिद्धार्थ लाडा के खिलाफ मैदान में हैं। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के हनुमान मंदिर में सुबह-सुबह पूजा अर्चना कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया और मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें जीत का भरोसा है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आज मध्य प्रदेश में मतदान का दिन है। प्रदेश के सभी मतदाताओं से मेरा आग्रह है कि वे पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र के महापर्व में भाग लें और भारी संख्या में मतदान करें।
मध्य प्रदेश में मतदान के शुरुआती एक घंटे में लगभग छह फीसदी मतदान हुआ। इसके साथ ही 100 मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों के खराब होने की खबर है, जिन्हें बदला गया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बी.एल कांताराव ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, "तीन मतदान केंद्रों पसरवाड़ा, लांजी और बैहर में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ और शेष 227 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ. पहले घंटे में 6.32 फीसदी वोट डाले गए।" कांताराव ने माना कि प्रदेश के 100 मतदान केंद्रों से ईवीएम मशीनों के खराब होने की शिकायत आई है. इन मशीनों को आधा घंटे के भीतर बदल दिया गया. उन्होंने कहा कि कई स्थानों से रात में शराब, नकदी बांटे जाने से लेकर विवाद हुआ. इस पर आयोग कार्रवाई कर रहा है।
मिजोरम में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी
मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों पर मतदान बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। राज्य में जहां एक ओर मुख्यमंत्री ललथनहवला तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में जुटे हैं वहीं भाजपा की कोशिश पूर्वोत्तर में कांग्रेस को उसके आखिरी गढ़ से उखाड़ फेंकने की है। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम चार बजे तक चलेगा।
मिजोरम में कुल 7,70,395 मतदाता हैं, जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 3,94,897 है। कुल 209 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है, जिनमें केवल 15 महिलाएं हैं। राज्य में सुबह-सुबह कई मतदान केन्द्रों के बाहर लंबी कतारें नजर आईं।
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्षी दल मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के प्रमुख ज़ोरामथांगा भी सुबह सात बजे वोट डालने पहुंचे। ज़ोरामथांगा आइजोल नार्थ दो निर्वाचन क्षेत्र में राम्ह्लूं मतदान केन्द्र पर वोट देने पहुंचे।
इस बीच, उत्तरी त्रिपुरा जिले के छह राहत शिविरों से ब्रू मतदाता मिजोरम-त्रिपुरा सीमा पर स्थित कन्ह्मुं गांव पहुंचे, जहां सुबह छह बजे 15 अस्थायी मतदान केंद्र बनाए गए थे। मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए मतदाताओं को अंतरराज्यीय सीमा से 500 मीटर तक चलना पड़ा।
चुनाव आयोग ने राज्य में कुल 1179 मत केन्द्रों में से 47 को ‘संवेदनशील’ और कई को ’अतिसंवेदनशील’ करार दिया है। चुनाव कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राज्य पुलिस बल के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं।प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र केवल महिलाओं के लिए बनाया गया है, जहां महिला कर्मियों को ही तैनात किया गया है। इन मतदान केन्द्रों का नाम ‘डिंगडी’ (जो कि एक फूल है) रखा गया है।
सत्तारूढ़ कांग्रेस और मुख्य विपक्षी एमएनएफ ने सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किये हैं जबकि भाजपा ने 39 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। चुनाव के मद्देनजर पड़ोसी देश म्यामां तथा बांग्लादेश और पड़ोसी राज्य त्रिपुरा, असम तथा मणिपुर से लगने वाली सीमाओं को रविवार से सील कर दिया गया है।