नई दिल्ली: मध्यप्रदेश और मिजोरम के विधानसभा चुनावों के लिए सोमवार शाम प्रचार थम गया। दोनों राज्यों में 28 नवंबर को मतदान है। मध्यप्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों और मिजोरम की कुल 40 सीटों के लिए भी एक ही चरण में मतदान कराया जाएगा। मध्यप्रदेश में बीते 15 साल से भाजपा का शासन है जबकि मिजोरम में 10 साल से कांग्रेस का राज है। मध्यप्रदेश में 13 साल से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रतिष्ठा और मिजोरम में वयोवृद्ध ललथनहवला की साख दांव पर लगी है।
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सख्त सुरक्षा प्रबंधों के बीच मतदान सुबह आठ बजे से पांच बजे तक होगा। पांच करोड़ तीन लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। नक्सल प्रभावित बालाघाट के तीन इलाकों में मतदान सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक चलेगा। राज्य के मुख्य निवार्चन पदाधिकारी बी एल कांताराव ने कहा है कि निवार्चन आयोग राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मतदाता चुनाव मैदान में मौजूदा 2907 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे।
मप्र: इनकी प्रतिष्ठा दांव पर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (बुधनी), कांग्रेस नेता अरुण यादव (बुधनी), विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीतासरन शर्मा (भाजपा, होशंगाबाद), जनसंपर्क मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (दतिया), वित्त मंत्री जयंत मलैया (दमोह), गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह (दमोह), कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी(भोजपुर), पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा (भाजपा, भितरवार) और पूर्व मंत्री डॉ गोविंद सिंह (कांग्रेस, लहार) शामिल हैं। इसके अलावा राज्य सरकार के लगभग एक दर्जन मंत्री और कई पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है।
मप्र: कितने मतदाता
पुरुष 2.62 करोड़
महिला 2.40 करोड़
कर्मचारी 59826
थर्ड जेंडर 1000+
पार्टी सीट
भाजपा 230
कांग्रेस 229
बसपा 227
आप 208
सपाक्स पार्टी 110
शिवसेना 81
जीजीपी 73
सपा 52
निर्दलीय 1094