मुंबई (जनादेश ब्यूरो): महाराष्ट्र में आज सत्तारूढ़ महाराष्ट्र विकास गठबंधन ने किसानों के समर्थन में बंद का आह्वान किया है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों के मारे जाने को लेकर यह बंद बुलाया गया है। गठबंधन का कहना है कि आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। मुंबई पुलिस ने बंद के दौरान लोगों को परेशानियों से बचाने के लिए एक प्लान बनाया है।
मुंबई मेंदुकानें और बसें बंद, बेस्ट की बसों में हुई तोड़फोड़
महा विकास अघाड़ी या एमवीए सरकार ने पूरे महाराष्ट्र में बंद बुलाया गया है। मुंबई में ज्यादातर दुकानें बंद दिखीं और बेस्ट बसें भी नही के बराबर चल रही हैं। सड़क पर हालांकि टैक्सी और निजी गाड़ियां पहले की तरह चल रही हैं। माहिम में रेल रोको की आशंका के चलते कड़ा सुरक्षा बंदोबस्त रखा गया है। डीसीपी प्रणय अशोक का कहना है कि किसी को कोई परेशानी ना हो इसलिए एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है। बेस्ट डिपो भी बंद हैं। जिस तरह सोमवार सुबह भीड़ होती है, उस तरह से भीड़ देखने को नहीं मिली है। आठ बसों में तोड़फोड़ से नुकसान पहुंचने की खबर भी है।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, "मैं महाराष्ट्र की 12 करोड़ जनता से अपील करता हूं कि वे बंद का समर्थन करें। समर्थन का मतलब है कि आज बंद में शामिल हों औऱ एक दिन का काम रोक दें।" राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि आपात सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रखा जाएगा। अनाज और सब्जी मंडियों को भी बंद रखा जाएगा। इस सत्तारूढ़ गठबंधन में शिव सेना, कांग्रेस औऱ एनसीपी शामिल है, जो बंद का समर्थन कर रहे हैं। यहां तक कि राज्य सरकार ने खुद तीनों पार्टियों की साझा प्रेस कान्फ्रेंस कर बंद का एलान किया।
शिव सेना नेता संजय राउत ने कहा। उनकी पार्टी पूरे जोरशोर से बंद का समर्थन करेगी। तीनों दल बंद में पूरी सक्रियता से हिस्सा लेंगे। लखीमपुर खीरी में जो कुछ हुआ, वो संविधान की हत्या है, कानून का उल्लंघन है और देश के किसानों को मारने की साजिश है।
मुंबई पुलिस का कहना है कि बंद के दौरान तमाम जगहों पर पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तीन कंपनियां, 500 होम गार्ड्स और 700 अन्य सुरक्षाकर्मी मुंबई पुलिस की कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।
व्यापारियों के संगठनों ने महाराष्ट्र में बंद बुलाए जाने पर पहले आपत्ति जताई थी, लेकिन बाद में उसने बंद के समर्थन करने का एलान किया है। फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रमुख वीरेन शाह ने कहा कि शिवसेना और अन्य दलों की नेताओं की अपील के बाद हमने 4 बजे तक दुकानें बंद रखने का फैसला किया है।
कारोबारियों ने पहले कहा था कि वो अभी तक कोरोना की मार झेलने के बाद मुश्किल से व्यापार को सामान्य बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में बंद उनकी मुश्किलों को बढ़ाएगा और आय़ पर असर होगा। 18 माह तक लॉकडाउन में व्यापार पर भारी असर हुआ है।
शाह ने कहा कि त्योहारी सीजन के दौरान ग्राहक हमारी दुकानों पर आना शुरू हुए हैं। हमें शांति से हमारा व्यापार करने दें. हमारी सरकार से अपील है कि वो खुदरा दुकानें खुली रहने दें। हम उम्मीद करते हैं कि दुकानदारों को दुकानें जबरिया बंद रखने के लिए परेशान नहीं किया जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बंद के विरोध में उतर आई है। उसने कहा है कि किसी भी दुकान को जबरन बंद करने का विरोध किया जाएगा। भाजपा नेता नितेश राणे ने कहा, अगर किसी अघाड़ी गठबंधन के कार्यकर्ता ने दुकानों को जबरन बंद कराने का प्रयास किया तो उसे भाजपा कार्यकर्ताओं का सामना करना पड़ेगा। महाराष्ट्र पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी कानून-व्यवस्था को अपने हाथों में न ले।
लखीमपुर खीरी में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा पर किसानों को जीप से कुचलने का आऱोप है। आशीष समेत कई अन्य लोगों को हत्या के आऱोप में गिरफ्तार किया गया है। किसानों का कहना है कि वो शांतिपूर्ण तरीके से काले झंडे दिखा रहे थे, जब उन्हें जीप से कुचला गया।
अजय मिश्रा को 12 घंटे पूछताछ के बाद शनिवार रात कोर्ट में पेश किया गया था। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। माना जा रहा है कि पुलिस उन्हें रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में यूपी पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाए हैं।