मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ 'थप्पड़' वाली टिप्पणी करके विवादों में आए नारायण राणे ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल सा ला दिया था। राणे को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि उसी दिन रात में रायगढ़ के महाड की एक कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी। अब इस पूरे मामले पर नारायण राणे ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जैसे डकैतों को गिरफ्तार करते हैं वैसे मुझे किया गया। दादागिरी मत करो। मैं एक-एक करके सभी मामले बाहर लाऊंगा।
राणे ने किसी का नाम ना लेते हुए हमला किया कि अपनी भाभी पर एसिड फेंकने के लिए किसने कहा था? सुशांत राजपूत और दिशा सालियान की मौत से जुड़ा केस अभी खत्म नहीं हुआ है। हमें रचनात्मक काम करना है। घर में बैठकर काम नहीं करना है। उन्होंने आगे कहा कि पुराने मामले खोदे जाएंगे तो मैं चुप नहीं रहूंगा। अभी मेरी आवाज खराब है, जब ठीक हो जाएगी तो जोर से भी कहूंगा।
इस पूरे मामले पर शिवसेना सांसद विनायक राउत ने कहा कि नारायण राणे की जन यात्रा आशीर्वाद लेने के लिए नहीं, शिवसेना को चिढ़ाने के लिए है।
जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे तब राणे की कुंडली होने की बात कही थी, वही कुंडली हमारे पास भी है।
बता दें कि इस मामले पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि नारायण राणे वाला मामला अब खत्म हो चुका है। जो कार्रवाई हुई वह नियमों के आधार पर हुई। राउत ने ये भी कहा कि सालों पर उद्धव ठाकरे का चप्पल वाला बयान याद आ रहा है, वो कब और क्यों दिया गया वह भी देखो। हमारे यहां आंख के डॉक्टर हैं, आपका इलाज करवाया जाएगा।
गौरतलब है कि नारायण राणे के 'थप्पड़' वाले विवाद के बीच पिछले दिनों उद्धव ठाकरे का 2018 का एक विवादित बयान सामने आया था। उद्धव से सीएम योगी के लिए चप्पल से पीटने की विवादित बात की थी। अब इसी बात को नारायण राणे के थप्पड़ वाले कमेंट से जोड़कर कुछ लोग उद्धव ठाकरे के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कह रहे हैं। लोगों का कहना है जब नारायण राणे पर कार्रवाई हो सकती है तो उद्धव ठाकरे पर क्यों नहीं।
बता दें कि 9 जून को बहुमंजिला इमारत से गिर कर दिशा सालियान की मौत हुई थी और 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर आई थी। उस समय नारायण राणे और नीतेश राणे ने कहा था कि पुलिस पर कोई दबाव डाले बिना दोनों केस की निष्पक्ष जांच करवाई जाए।