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मुंबई: सनसनीखेज शीना बोरा मर्डर केस में केंद्रीय जांच ब्‍यूरो (सीबीआई) ने अपनी जांच बंद करने का फैसला किया है। इस मामले में शीना की मां और पूर्व मीडिया कार्यकारी इंद्राणी मुखर्जी मुकदमे का सामना कर रही हैं। सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी ने मुंबई में स्‍पेशल कोर्ट में कहा है कि 2012 में हुए इस मर्डर को लेकर उसकी जांच पूरी हो गई है। सीबीआई ने इस मामले में तीन चार्जशीट और दो सप्‍लीमेंटरी चार्जशीट फाइल की हैं, जिनमें इंद्राणी मुखर्जी, उसके ड्राइवर श्‍यामवर राय, पूर्व पति संजीव खन्‍ना व पीटर मुखर्जी को आरोपी बनाया गया है। इंद्राणी को वर्ष 2015 में 25 वर्षीय शीना बोरा के मर्डर के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। शीना पहली शादी से इंद्राणी की बेटी थी।

तीन माह बाद मर्डर में इंद्राणी की मदद करने के आरोप में पीटर को भी अरेस्‍ट किया गया था। एक अलग केस में इंद्राणी के ड्राइवर श्‍यामवर की गिरफ्तारी के बाद इस मर्डर का खुलासा हुआ था। मामले में श्‍यामवर भी आरोपी था, लेकिन बाद में वह सरकारी गवाह बन गया था।

शीना बोरा की कथित तौर पर इंद्राणी ने हत्‍या की थी और इस काम में उसके ड्राइवर व दूसरे पति संजीव खन्‍ना ने मदद की थी। जांचकर्ताओं के अनुसार, शीना के राहुल मुखर्जी (पहली शादी से पीटर मुखर्जी का बेटा) के साथ संबंध से इंद्राणी बेहद नाराज थी। इंद्राणी ने दोस्‍तों से कहा था कि शीना अमेरिका शिफ्ट हो गई है। बाद में ड्राइवर के बयान के आधार पर शीना का अधजला शव मुंबई के पास जंगल से बरामद किया गया था।

सीबीआई के अनुसार, एक वित्‍तीय विवाद के बाद शीना बोरा ने अपनी मां को बेनकाब करने की धमकी दी थी। वर्ष 2017 से प्रारंभ हुए ट्रायल में करीब 60 गवाहों ने बयान दर्ज कराए। जेल में रहते हुए इंद्राणी और पीटर ने अपने 17 साल के संबंध खत्‍म कर लिए थे और 2019 में इनका तलाक हो गया था। पीटर को पिछले साल जमानत पर रिहा किया गया है।

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