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ठाणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा के पास किसान आत्महत्या और सूखे जैसी ज्वलंत समस्याओं का कोई समाधान नहीं है और इसलिए वह विधानसभा चुनाव में अनुच्छेद 370 और राम मंदिर जैसे भावनात्मक मुद्दों को उठा रही है। पवार ने भाजपा नीत राजग सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई जैसी केन्द्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

वह राकांपा नेता एवं मुंब्रा-कालवा क्षेत्र से विधायक जितेन्द्र अवहाद के नामांकन दाखिल करने के बाद निकाली गई रैली में शामिल होने के उपरांत संवाददाताओं से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के 2014 के चुनावी हलफनामें पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मामला विचाराधीन है लेकिन उन्हें अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का ब्योरा देना चाहिए था।

गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने बंबई उच्च न्यायालय के उस फैसले को दो दिन पहले खारिज कर दिया था जिसमें 2014 के चुनावी हलफनामे में आपराधिक मामलों की जानकारी छिपाने के मामले में फडवीस को क्लीन चिट दी गई थी।

उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा के पास किसान आत्महत्या और सूखे जैसी ज्वलंत समस्याओं का कोई समाधान नहीं है और इसलिए वह विधानसभा चुनाव में अनुच्छेद 370 और राम मंदिर जैसे भावनात्मक मुद्दों को उठा रही है। उनके और उनके रिश्तेदार अजित पवार के खिलाफ बैंक घोटाले के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज मामले के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि आर्थिक जांच एजेंसी के अधिकारियों को 'ऊपर से आदेश हैं।

शिव सेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे के वर्ली विधानसभा सीट से नामांकन करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। साथ ही उन्होंने ठाकरे को शुभकामनाएं भी दीं। पिछले कुछ माह में पार्टी के अनेक नेताओं के राकांपा छोड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें लगा होगा कि पार्टी में उनका कोई भविष्य नहीं है इसलिए वे विकल्प तलाश रहे होंगे।

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