मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सभी पार्टियां जुट गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में 288 सीटों का बड़ा हिस्सा रखकर 'बड़े भाई' की भूमिका निभाने का लक्ष्य रखने वाली पार्टी शिवसेना प्लान बी पर काम कर रही है। अगर आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सीटों का बंटवारा सही नहीं होता है यानी सीट शेयरिंग की बातचीत विफल हो जाती है तो शिवसेना प्लान बी अपनाएगी। शिवसेना का प्लान बी होगा- चुनाव में अकेले उतरना। बताया जा रहा है कि रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत दे दिए हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने आवास मातोश्री पर पार्टी सासंदों, विधायकों, विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सभी 288 सीटों के लिए टिकट पाने के इच्छुक उम्मीदवारों के साक्षात्कार हुए और चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में शामिल शिवसेना के एक अधिकारी ने कहा, “उद्धवजी ने सभी क्षेत्रों के लिए चुनाव की योजना पर चर्चा की, क्योंकि हम अभी चुनाव मोड में हैं। हमेशा की तरह, हमें किसी भी घटना के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है।
पिछली बार (2014 में) हम तैयार नहीं थे, लेकिन जरूरत के अनुसार इस बार हम बेहतर तरीके से तैयार हैं।”
शिवसेना, भाजपा के साथ 50-50 सीट-बंटवारे के फार्मूले को पर जोर दे रहा। युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि शिवसेना 50-50 फॉर्मूले पर चुनाव में जाएगी। उन्होंने कहा कि शिवसेना ने आजतक किसी के साथ धोखा नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो ऐलान किया था, उसी के साथ जाएंगे।