नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने मालेगांव बम विस्फोट कांड में अभियुक्त प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लोकसभा चुनावों में टिकट देने की आलोचना करते हुये कहा कि यह कदम किसी राजनीतिक दल या लोकतंत्र के लिए अनुकूल नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अपनी पार्टी की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संसद का सत्र शुरू होने जा रहा है। दोनों सदनों के सदस्य राष्ट्रपति के संयुक्त संबोधन में हिस्सा लेंगे। इनमें से बड़ी संख्या ऐसे लोगों की होगी जो भगवा विचारधारा में विश्वास रखते हैं। इनमें से कुछ लोगों के खिलाफ गंभीर मामले चल रहे हैं।
पवार ने कहा, ‘एक व्यक्ति जिस पर गंभीर आरोप हैं वह मध्य प्रदेश से चुना गया और अब सत्ता में है। उसके खिलाफ (प्रज्ञा सिंह ठाकुर) मालेगांव बम धमाके, जोशी नाम के भाजपा कार्यकर्ता की हत्या और अन्य तरह के आरोप हैं। किसी राजनीतिक दल और लोकतंत्र के लिए ऐसे व्यक्ति को टिकट देना उपयुक्त नहीं है।'
मालूम हो पूर्व आरएसएस प्रचारक सुनील जोशी की 29 दिसंबर, 2007 को देवास जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ठाकुर और सात अन्य आरोपियों को एक अदालत ने 2017 में सबूतों के अभाव में इस मामले में बरी कर दिया था।
राकांपा प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुये कहा, ‘जाने-अनजाने प्रधानमंत्री ने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से धार्मिक आधार पर देश को बांटने का प्रयास किया। यह देश के हित में नहीं है। उनको (भाजपा) इसका राजनीतिक फायदा शायद मिला है।' पवार ने कहा, ‘लेकिन यह ठीक नहीं है कि धार्मिक विचारधारा के प्रसार के लिए सत्ता का प्रयोग किया जाए। क्योंकि यह बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के माध्यम से दिये वैचारिक ढांचे में फिट नहीं बैठता है। पर आज का सत्ता पक्ष इस तरीके से नहीं सोचता है।'
बता दें साध्वी प्रज्ञा ठाकुर इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को बड़े अंतर से हराकर भोपाल से संसद पहुंची हैं। प्रज्ञा के नाम पर रजिस्टर्ड एक बाइक मालेगांव बम विस्फोट में इस्तेमाल होने के चलते 2008 में उनकी इस मामले में गिरफ्तारी हुई थी।