मुंबई: पूर्वी महाराष्ट्र के रजौरा गांव में स्वयंभू गौरक्षकों ने गौमांस रखने के संदेह पर तीन नौजवानों की जमकर पिटाई की। नौजवानों की पिटाई के बाद स्वयंभू गौरक्षकों ने सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो भी डाल दिया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना वाशिम जिले में 26 मई को हुई और सात संदिग्ध गौरक्षकों को उसी दिन गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने गौमांस रखने के आरोप में तीन पीड़ितों पर भी मामला दर्ज किया है। वाशिम की पुलिस अधीक्षक मोक्षदा पाटिल ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो खूब साझा होने के बाद पुलिस कड़ी चौकसी बरत रही है ताकि रमजान के पवित्र महीने में कोई अनहोनी नहीं हो। उन्होंने कहा कि घटना बीते शुक्रवार को हुई जब तीन नौजवान कथित तौर पर अपने साथ मांस ले जा रहे थे ताकि खपत के लिए अपने समुदाय में बेच सकें। जब कुछ स्वयंभू गौरक्षकों को इसकी भनक लगी तो वे गांव में गए, नौजवानों की पिटाई की और फिर नारेबाजी की। स्वयंभू गौरक्षकों ने मांस अपने कब्जे में ले लिया और नौजवानों को मालेगांव पुलिस थाने में ले गए, जो गांव से करीब 12 किलोमीटर दूर है।
पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत स्वयंभू गौरक्षकों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है जिसमें दंगा फैलाने और जानबूझकर नुकसान पहुंचाने की धाराएं भी लगाई गई हैं। पाटिल ने कहा कि एक गौरक्षक ने अपने मोबाइल फोन से इस घटना का वीडियो बना लिया और इसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।