ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

मुंबई: उत्तर प्रदेश में मुस्लिम उम्मीदवारों से तौबा करने वाली भारतीय जनता पार्टी का मालेगांव नगर निगम चुनाव में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार जीत न सका। भाजपा ने मालेगांव में सर्वाधिक 27 उम्मीदवार उतारे थे। नतीजों पर हारी हुई भाजपा की उम्मीदवार शाहीन सय्यद ने कहा कि भाजपा का चुनाव लड़ने का तरीका दूसरों से अलग है। लेकिन, इस बार भाजपा का झंडा गाड़ दिया है और अगली बार भाजपा यहां से जरुर जीतेगी। हालांकि भाजपा ने यहां 7 वार्डों में जीत हासिल की है। पिछले चुनावों में यहां भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी। इसलिए इन सात सीटों को ही भाजपा अपनी बड़ी जीत मानकर चल रही है। महाराष्ट्र के भिवंडी और मालेगांव, मुस्लिम बहुल इलाकों के नगर निगम में जीत कांग्रेस के नाम रही। पार्टी ने यहा अपने दम पर बहुमत हासिल किया है। मालेगांव के कांग्रेस विधायक आसिफ शेख ने कहा कि यह सबका साथ सबका विकास इस नारे की हार का नतीजा है। कांग्रेस ने यहां 84 वार्डों में से 28 सीटें जीती हैं। जबकि शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के खाते में 20 सीटें ही आई हैं।

इस बीच, भिवंडी में भाजपा के निशान पर 4 मुस्लिम उम्मीदवार जीते हैं। यहां 22 मुस्लिम उम्मीदवार कमल के निशान पर चुनाव लड़े थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख