मुंबई: शिवसेना ने आज (बुधवार) छोटे दलों के साथ गठबंधन करके गोवा में सरकार बनाने के लिए आगे बढने पर भाजपा पर निशाना साधा और इसे ‘लोकतंत्र की हत्या’ करार दिया। शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा कि कांग्रेस भले ही गोवा में सरकार नहीं बना पाई लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि भाजपा नीत सरकार और राज्य में हालिया घटनाक्रम को नैतिकता कहा जा सके। मनोहर पर्रिकर ने कल गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी जब उच्चतम न्यायालय ने कांग्रेस का इस कार्यक्रम पर रोक लगाने का अनुरोध ठुकराते हुए शपथ ग्रहण का रास्ता साफ किया था। शीर्ष अदालत ने कल शक्ति परीक्षण कराने का भी आदेश दिया था। इसमें कहा गया, ‘गोवा में शक्ति परीक्षण का परिणाम इस सरकार के अंतिम निर्णायक कारक हो सकता है लेकिन वर्तमान स्थिति लोकतंत्र की हत्या से कम नहीं है।’ महाराष्ट्र और केन्द्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल शिवसेना ने कहा, ‘कोई उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा की जीत से इंकार नहीं कर सकता। लेकिन तीन अन्य राज्यों में भी चुनाव हुए थे जिनके परिणाम विपरीत आए। लेकिन कोई राजनीतिक पंडित इस बारे में बात करने को तैयार नहीं है।’ इसमें कहा गया, ‘ये राज्य उत्तर प्रदेश से भले ही छोटे हैं लेकिन परिणाम जनता की भावनाओं को दर्शाते हैं।’ शिवसेना ने कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े अभियान के बावजूद लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया।
संपादकीय में कहा गया, ‘गोवा की जनता जिसने भाजपा एवं अन्य दलों के खिलाफ वोट दिया वह यह स्वीकार नहीं करेगी कि भाजपा उन लोगों से हाथ मिलाए जिनकी उसने चुनावों से पहले आलोचना की थी।’