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संसद का बजटसत्र रहेगा हंगामेदार, महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा भी गूंजेगा

जयपुर: जयपुर साहित्य महोत्सव के अंतिम दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर किस हद तक नियंत्रण किया जा सकता है, इस विषय पर हो रही चर्चा के दौरान अभिनेता अनुपम खेर और दिल्ली के मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता कपिल मिश्रा के बीच तकरार हो गई। 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता असीम होनी चाहिए?' सत्र में प्रस्ताव के खिलाफ में बोलते हुए खेर ने आरोप लगाया कि जयपुर साहित्‍य महोत्सव जैसे समारोहों में असहिष्णुता के माहौल जैसी समझ तैयार की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी छवि नहीं बनानी चाहिए कि देश की जनता डर के माहौल में जी रही है। उन्होंने कहा, 'ऐसे महोत्सवों में असहिष्णुता के माहौल जैसी समझ तैयार की जा रही है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्रत्येक नागरिक में एक जिम्मेदारी की भावना के साथ आती है।

जयपुर: जयपुर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा की पीठ पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने आईएसआईएस के हवाले से लिखी इबारत में 26 जनवरी को तबाही मचाने की धमकी दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कस्बे में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा पर गाढ़े लाल रंग के वार्निश से अज्ञात व्यक्ति ने लिखा है '26 जनवरी को तबाही होगी।' उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इधर पुलिस महानिरीक्षक डी.सी. जैन ने कहा कि यह किसी की शरारत हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद सतर्कता बढ़ा दी गई है।

जयपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि भारतीय राष्ट्रीय चरित्र के हिसाब से हमारे यहां के लिए संसदीय व्यवस्था मुनासिब नहीं है लेकिन देश इसमें अटक गया है क्योंकि वह हर चीज को मूर्त रूप देने के लिए अंग्रेजों की ओर देखता रहा है। थरूर ने कहा कि भारत जैसे विविधतापूर्ण और बड़ी आबादी वाले देश में संसदीय प्रणाली का कारगर होना कठिन है। उन्होंने कहा, ‘भारत के राष्ट्रीय चरित्र के लिए मुनासिब नहीं रहने वाली संसदीय प्रणाली के साथ हमारे अटके होने की एक वजह है कि इस व्यवस्था को अंग्रेजों ने चलाया था और हमें हर चीज को मूर्त रूप देने के लिए हमेशा अंग्रेजों की ओर निहारने की आदत रही है।’ जयपुर साहित्य महोत्सव के अंतिम दिन ‘ऑन अंपायर’ नाम से आयोजित सत्र में थरूर ब्रिटिश लेबर पार्टी के सांसद ट्रिस्टम हंट और पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता से भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के बारे में चर्चा कर रहे थे।

जोधपुर: केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने लेखकों द्वारा असहिष्णुता का उल्लेख करते हुए पुरस्कार वापसी को एक साजिश करार दिया और कहा कि वह योजनाबद्ध था। सिंह ने साथ ही कहा कि जयपुर साहित्य महोत्सव में करण जौहर की लोकतंत्र एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर टिप्पणी प्रचार हासिल करने और समाचार में बने रहने के लिए थी और उसे 'महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।' पाकिस्तान के साथ संबंध के बारे में उन्होंने कहा, 'द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने के लिए जारी वार्ता की प्रक्रिया पठानकोट जैसी घटनाओं से प्रभावित नहीं होनी चाहिए।'

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