नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस जीएसटी कानून की जरूरत को समझेगी और उसे संसद के बजट सत्र में राज्यसभा में इसे पारित कराने में मदद करनी चाहिए। संसद का बजट सत्र अगले महीने शुरू होगा।गौरतलब है कि सरकार अब बजट सत्र में इस विधयक को पारित करवाना चाहती है लिहाज़ा इसका श्रेय कांग्रेस को दे रही है। जब कांग्रेस इस बिल को संसद में लाई थी, तब भाजपा के विरोध के चलते ये बिल पास नहीं हो सका था। बहरहाल अरुण जेटली ने कहा, 'जीएसटी यूपीए का महत्वपूर्ण सुधार है। यदि इसे तैयार करने का श्रेय किसी को देना हो तो यह मैं उन्हीं को दूंगा। अब, यदि लेखक ही अपनी पटकथा के खिलाफ हो जाए तो मैं क्या कर सकता हूं.. मैं उनके पास गया हूं, मैंने उनसे बात की।
मैंने उन्हें पूरा ब्योरा दिया और मुझे उम्मीद है कि वे इसकी वजह समझेंगे और जीएसटी पारित कराने के पीछे के तर्क को समझेंगे।' द इकॉनोमिक टाइम्स ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने तीन आपत्तियां उठाई हैं जो उसकी मूल भावना के विपरीत है, जिसे वह खुद लेकर आए। मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर हर पार्टी जीएसटी विधेयक का सक्रिय समर्थन कर रही है। जेटली ने कहा, 'यूपीए के आरजेडी, एनसीपी और जेडीयू जैसे सहयोगी दल इसका खुलकर समर्थन कर रहे हैं।' मंत्री ने कहा, 'मुझे कोई वजह नहीं दिखती कि कांग्रेस को इस विधेयक के बारे में सोचना चाहिए। यदि विधेयक के किसी विचार पर कोई चर्चा करनी है तो निश्चित तौर पर मैं उनके साथ चर्चा के लिए तैयार हूं, हम दोषपूर्ण कानून बनाकर भावी पीढ़ी पर इसे नहीं थोप सकते।'