नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को लेकर एक और विमान भारत आ रहा है। इस बार अमेरिका आर्मी के विमान में 119 भारतीय होंगे। यह जहाज भी पंजाब के अमृतसर में लैंड करेगा। इसको लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसे राज्य को बदनाम करने की साजिश करार दिया है। भगवंत मान ने कहा कि बहुत लंबे समय से वह कह रहे हैं कि केंद्र सरकार पंजाब को बदनाम करने में कोई कसर नही छोड़ रही है।
'पंजाब को बदनाम करने में कसर नहीं छोड़ रहा केंद्र': सीएम मान
पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार कभी पंजाब का फंड रोक देती है तो अब अमेरिका से जो भारतीय डिपोर्ट किए जा रहे हैं, उनका जहाज अमृतसार में उतारा जा रहा है। बता दें कि पहला विमान भी अमृतसर लैंड हुआ था। सीएम मान ने केंद्र सरकार से सवाल किया कि आखिर इसके लिए अमृतसार ही क्यों चुना गया? उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ बदनाम करने के लिए ऐसा कर रही है। ये नेशनल प्रॉब्लम है। एक ओर पीएम मोदी ट्रम्प से मुलाकात कर रहे हैं, दूसरी ओर वहां से निर्वासित लोगों को बेड़ियों में जकड़कर भेजा जा रहा है।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि इस विमान को अंबाला में क्यों नहीं उतारा जा रहा, ये सिर्फ पंजाब को और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश है। जब कोई फ्लाइट शुरू करने के लिए कहा जाता है तो मोदी सरकार को हमारी याद नहीं आती, और अब अमेरिका से आने वाले इन विमानों को अमृतसर में उतारा जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले जब भारतीयों को अमेरिका से लाया गया था तो उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर लाया गया था। ऐसे में यह सवाल है कि क्या डिपोर्ट किए गए लोग दोबारा हथकड़ी और बेड़ियों में नजर आएंगे।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 फरवरी को अमृतसर के एयरपोर्ट पर जहाज लैंड होगा। उसमें 119 भारतीय सवार होंगे। इस फ्लाइट में सबसे ज्यादा 67 लोग पंजाब से रहेंगे।
इससे पहले भी पांच फरवरी को अमेरिका से 104 भारतीयों को डिपोर्ट किया गया था। तब इन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में भारत वापस भेजने पर खूब हल्ला हुआ था। संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष के लोगों ने केंद्र सरकार को जमकर घेरा था। पांच फरवरी को अमेरिकी सैन्य विमान में इन लोगों को लाया गया था।