नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): हाल ही में नस्लीय टिप्पणी कर के विवादों में घिरने वाले सैम पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे को कांग्रेस ने तुरंत मंजूर भी कर लिया। इसके बारे में कांग्रेस के कद्दावर नेता जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी है।
जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया कि सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इस पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने लिखा, 'सैम पित्रोदा ने अपनी मर्जी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।'
सैम पित्रोदा के इस्तीफे की वजह जयराम रमेश ने अपनी एक्स पोस्ट में नहीं बताई है। हालांकि उनका ये इस्तीफा हाल ही में दी नस्लीय टिप्पणी से मचे बवाल के बाद आया है। बुधवार को पित्रोदा का एक इंटरव्यू सामने आया, जिसमें उन्होंने भारत के पूर्वी इलाकों में रहने वाले भारतीयों के चाइनीज लोगों और दक्षिण भारतीय लोगों के अफ्रीकन लोगों जैसे दिखने की बात कही थी।
इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने पित्रोदा पर जमकर हमला किया, जिसपर कांग्रेस को सफाई देनी पड़ी और पार्टी ने खुद को पित्रोदा के बयान अलग कर लिया।
पित्रोदा के बयान से आहत हुए नॉर्थ ईस्ट के लोग: मेघालय सीएम
पित्रोदा के बयान को मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। उन्होंने कहा कि इससे नॉर्थ ईस्ट और देश के अन्य हिस्सों के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। कॉनराड संगमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को ऐसी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल भेदभावपूर्ण नजरिया दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इस बयान से नॉर्थ ईस्ट के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, इसलिए वे (पित्रोदा) चाहे जो भी कहें, चाहे उन्होंने किसी भी संदर्भ में बात की हो यह ठीक नहीं है।
मेघालय के मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'हमारा देश विविधताओं का देश है और देश का सिद्धांत हमारे लोगों की विविधता पर आधारित है चाहे वह संस्कृति में हो या रंग-रूप में... यही वह है जो भारत को वह बनाता है जो वह है।"
क्या कहा था सैम पित्रोदा ने, जिससे मच गया बवाल
एक पोडकास्ट इंटरव्यू में सैम पित्रोदा ने भारत के बारे में बात करते हुए कहा, 'हम भारत जैसे विविधता से भरे देश को एकजुट रख सकते हैं। जहां पूर्व के लोग चाइनीज लोगों जैसे लगते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरों और दक्षिण भारतीय अफ्रीकी जैसे लगते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, हम सभी बहन-भाई हैं। भारत में अलग-अलग क्षेत्र के लोगों के रीति-रिवाज, खान-पान, धर्म, भाषा अलग-अलग हैं, लेकिन भारत के लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं।'