नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन से गुजरने वाले व्यापारिक जहाजों पर लगातार हो रहे हमलों की घटनाओं के बाद भारतीय नौसेना ने उत्तर व मध्य अरब सागर और अदन की खाड़ी में निगरानी बढ़ा दी है। नौसेना ने बताया कि समुद्री सुरक्षा अभियान चलाने और किसी भी हमले की स्थिति में व्यापारिक जहाजों की मदद करने के लिए नेवल टास्क ग्रुप को तैनात किया गया है। नौसेना ने कहा कि वह हिंद महासागर में नए सुरक्षा खतरों की जांच के लिए तटरक्षक बल के साथ मिलकर काम कर रही है।
विध्वंसक और फ्रिगेट के अलावा, नौसेना ने मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और समुद्री गश्ती विमान भी तैनात किए हैं।
भारतीय नौसेना का यह कदम एक व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो पर भारतीय समुद्र तट से 400 किमी दूर हुए एक ड्रोन हमला के बाद आया है। वहीं भारतीय नौसेना के विस्फोटक आयुध रोधी दल ने अरब सागर में ड्रोन हमले का सामना करने वाले लाइबेरिया के ध्वज वाले व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो के सोमवार को मुंबई पहुंचने पर उसका विस्तृत निरीक्षण किया।
अरब सागर में तीन युद्धपोत तैनात किए
वाणिज्यिक जहाजों पर हाल के हमलों के मद्देनजर, नौसेना ने क्षेत्र में अपनी प्रतिरोधक उपस्थिति बनाए रखने के लिए युद्धपोत आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता को तैनात किया है। नौसेना अधिकारियों ने कहा कि लंबी दूरी के समुद्री टोही विमान पी8आई को भी लगाया गया है। अधिकारी ने बताया कि अरब सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर क्षेत्र में तीन निर्देशित मिसाइल विध्वंसक तैनात किए गए हैं।
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने कहा था कि एमवी केम प्लूटो ‘‘ईरान की ओर से छोड़े गए ड्रोन हमले'' की चपेट में आया था।