नई दिल्ली: भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी.वाई. चंद्रचूड़ ने क्रिसमस समारोह में सीमा पर देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले वीर जवानों को याद किया और कहा कि अभी दो दिन पहले ही पुंछ राजौरी सेक्टर में हमारे वीर सैनिकों ने इतनी बर्फानी ठंड में हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, आइए हम हमारी सीमाओं पर उन लोगों को न भूलें जो इन सर्दियों के दिनों में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं और हमारी रक्षा के लिए अपने जीवन को दांव पर लगाते हैं। हमें अपने गीत उन डॉक्टरों और नर्सों के लिए भी गाने चाहिए, जो गंभीर बीमार लोगों को स्वस्थ करने के लिए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
सीजेआई चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि हम तो सौभाग्यशाली हैं जो इन लोगों की बदौलत अपने परिवार के साथ खुशियां मना पा रहे हैं। हम निजी जीवन में जो हैं वही हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से जजों के रूप में हमारा व्यक्तित्व हमारा पवित्र ग्रंथ संविधान है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमें देश के लिए काम करना है।
सीजेआई ने ये भी बताया कि सरकार से उन्होंने एक बड़ी जमीन देने का अनुरोध किया था, जो मंजूर कर लिया गया है। अब इस भूमि पर वकीलों के लिए नए चेंबर भी बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अपने परिवार में वो पहले थे जो इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने गए थे, इससे पहले सभी लोग मराठी मीडियम स्कूल में पढ़ते थे।
सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा सुप्रीम कोर्ट परिसर में क्रिसमस के समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान सीजेआई ने क्रिसमस के मौके पर कैरल्स भी गाए। उनके साथ दूसरे नंबर के वरिष्ठ जज जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानउल्ला भी मौजूद रहे।