नई दिल्ली: सरकार ने कहा है कि कश्मीर में बिगड़े हालात के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। कश्मीर की समस्या का समाधान स्थानीय लोगों और राजनीतिक दलों से बातचीत करके किया जाएगा। स्थितियों को सामान्य बनाने के लिए सरकार हरसंभव उपाय कर रही है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कश्मीर में हाल में हुई हिंसक घटनाओं पर अल्पकालिक चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि इसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है। राजनाथ सिंह ने कश्मीर में हिंसा की घटनाओं पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह वहां जाकर स्थानीय लोगों से सीधा संवाद करना चाहते है, लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्थिति सामान्य होने के बाद आने का अनुरोध किया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर के नौजवानों को कुछ ताकतें बरगलाने की कोशिश करती हैं। उन्हें आजादी की बात कहकर उकसाया जाता है। कश्मीर में जनमत संग्रह का अब कोई महत्व नहीं है। यह अप्रासंगिक बात हो गयी है। कश्मीर के नौजवान हमारे हैं और हम उन्हें सही रास्ते पर लाने की कोशिश करेंगे। मुसलमानों की चिंता भारतवासी करेंगे। हिंदू, सिख, ईसाई, सब मिलकर उनके हितों की रक्षा करेंगे। कश्मीर में अत्याधिक बल प्रयोग का मामला समीक्षा का विषय हो सकता है। सुरक्षा बलों को कम से कम बल प्रयोग करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि भीड को नियंत्रण करने के लिए बुलेट का प्रयोग उचित नहीं है। गृहमंत्री ने बताया कि कश्मीर में हाल में 566 हिंसा की घटनाएं हुईं हैं।
जिसमें 25 संपत्तियों में आग लगाई गई। 49 संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है। हिंसक घटनओं में 36 आम लोगों को मौत हुई और एक जवान भी शहीद हुआ है। कुल 1948 सामान्य नागरिक घायल हुए हैं। इसमें 1744 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इन घटनाओं में 1671 सुरक्षा कर्मी भी घायल हुए हैं।