नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन सोमवार को राज्यसभा में कश्मीर में हिंसा को लेकर सियासी संग्राम देखने को मिला। कश्मीर मामले में कांग्रेस के नोटिस के बाद आज राज्यसभा में चर्चा हुई। कश्मीर में हालात को लेकर विपक्ष ने सोमवार को सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तत्काल एक सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए और अशांति से निपटने के लिए बल प्रयोग के बजाय राजनीतिक समाधान की कोशिश करनी चाहिए। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर में हालात पर अल्पकालिक चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि जब उग्रवाद से निपटने की बात हो तो उनकी पार्टी केंद्र और राज्य की सरकार के साथ है लेकिन महिलाओं और बच्चों सहित स्थानीय नागरिकों पर अत्यधिक बल प्रयोग उसे कतई स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने सरकार से कश्मीर मुद्दे पर तत्काल सर्वदलीय बैठक बुलाने और अत्यधिक बल प्रयोग के लिए जवाबदेही तय करने की मांग की। कश्मीर मुद्दे पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि इस समय पूरे घाटी में तनावपूर्ण माहौल है। साल 2008 के बाद से ही कश्मीर के हालात खराब होते जा रहे हैं। आजाद ने कहा कि क्या आतंकियों और आम नागरिकों में फर्क नहीं होता। समाज में दरार डालने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस हमेशा आतंकवाद के खिलाफ रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दो टूक शब्दों में सवाल किया कि जिन गोलियों का उपयोग उग्रवादियों के लिए किया जाता है, क्या वही गोलियां आम नागरिकों पर चलाई जानी चाहिए? उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी आंदोलन हुआ और बड़े पैमाने पर हिंसा हुई लेकिन वहां लोगों पर इस तरह से गोलियां और पैलेट गनों का उपयोग क्यों नहीं किया गया?
आजाद ने कहा कि सरकार की भूमिका जनता के संरक्षक की होती है। यह बात नहीं भूलनी चाहिए। आजाद ने सरकार से यह भी कहा कि आतंकवाद खत्म करने के लिए हम आपके साथ हैं। आतंकवाद को समाप्त करने के लिए हम सरकार के साथ खड़े हैं लेकिन हम आम नागरिकों के साथ हो रहे इस तरह के बर्ताव का समर्थन नहीं करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कश्मीर में वर्तमान हालात के लिए जिम्मेदार कई कारण हैं। इनमें पीडीपी के साथ सरकार में भाजपा की भागीदारी, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कुछ नेताओं के कथित भड़काउ बयान और पाकिस्तान मुख्य हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अस्तित्व ही सभी समस्याओं की जड़ है।