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नई दिल्ली: पठानकोट पर फिर हमला हो सकता है, संवेदनशील पठानकोट एयरबेस के करीबी गांवों में आतंकवादी छिपे हुए हैं यह कहना है गृह मामलों पर संसद की स्थाई समिति का। समिति ने कहा कि सरकार को इसके बारे में सूचित कर दिया गया है और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण केंद्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। समिति अंतरराष्ट्रीय सीमा के आसपास सुरक्षा बंदोबस्त की समीक्षा करने जम्मू पहुंची और इससे पहले उसने पठानकोट का दौरा किया था। समिति के अध्यक्ष पी भटटाचार्य ने कहा कि पठानकोट से लौटने के बाद हमने सरकार के सामने अपने सुक्षाव रखे और कहा कि पठानकोट पर फिर हमला हो सकता है। गांव वालों ने हमें बताया कि कुछ आतंकवादी अब भी वहां के गांवों में छिपे हुए हैं। उन्होंने बताया कि समिति की सिफारिश के बाद सरकार ने सीआरपीएफ, बीएसएफ और सेना को सतर्क किया था और एयरबेस की सुरक्षा उनके हवाले कर दी थी। भटटाचार्य ने कहा, क्या आपको पता है कि कुछ दिन पहले सरकार ने सीआरपीएफ, बीएसएफ और सेना से वायुसैनिक स्टेशन की सुरक्षा संभालने को कहा था क्योंकि कुछ आतंकवादी वहां छिपे हुए हैं। वे वहां कैसे छिपे हुए हैं, यह पता लगाने का काम मेरा नहीं है, लेकिन जैसी कि हमें ग्रामीणों से जानकारी मिली, हमें बहुत स्पष्ट था कि वे कहीं तो छिपे हैं। हमने इस बारे में सरकार को सूचित कर दिया। भारत सरकार द्वारा पाकिस्तानी जांच दल को दो जनवरी को हुए आतंकवादी हमले की जांच के लिए पठानकोट एयरबेस जाने की इजाजत दिये जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण केंद्र का दौरा करने की अनुमति देने के पक्ष में नहीं थे।

 

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