ग्वालियर: केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने आज (मंगलवार) कहा कि न्यायपालिका और सरकार के बीच कोई टकराव नहीं है। सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम द्वारा न्यायपालिका में सुधार और न्यायाधीशों की नियुक्ति के केन्द्र सरकार के सुझावों को नामंजूर करने की खबरों पर संवाददाताओं के प्रश्न का उत्तर देते हुए नायडू ने यहां कहा, ‘‘न्यायपालिका और सरकार के बीच कोई टकराव नहीं है। हमें जनादेश प्राप्त हुआ है और हम जनादेश के अनुसार काम कर रहे हैं। हमें मिले जनादेश के अनुसार हम हमारा काम कर रहे हैं।’’ संसदीय सचिव के पद को लाभ के पद के दायरे से बाहर रखने संबंधित दिल्ली सरकार के विधेयक को राष्ट्रपति ने मंजूरी देने से इंकार कर दिया है। इस कारण आप के 21 विधायकों की नियुक्ति पर सवालिया निशान लगने के संबंध में पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का यह कदम असंवैधानिक है। उन्होंने कहा, ‘‘अब ऐसा लगता है कि केजरीवाल को यह महसूस होने लगा है।’’ जब संवाददातओं ने उन्हें बताया कि छत्तीसगढ़ में भी इस प्रकार की नियुक्तियां की गई हैं और वहां भाजपा सरकार है तो उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम असंवैधानिक हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस दिन पर दिन सिकुडकर कमजोर हो रही है और उसके नेताओं का बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘संसद और जनता में कांग्रेस की गतिविधियां नकारात्मक हैं। कांग्रेस जनता के बीच अपना आधार खोती जा रही है। हालांकि उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी अच्छी और काबिल नेता हैं। लेकिन उनमें आत्मविश्वास की कमी है।
नायडू ने कहा कि भाजपा बढ़ रही है और पूरे देश में उसका विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा ध्यान देश के विकास पर है और हम सकारात्मक हैं।