नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने आज इस बात का पक्ष लिया कि उनकी पार्टी सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुकाबला करे क्योंकि वह चुनौती बने हुए हैं। रमेश ने कहा, ‘वह चुनौती बने हुए हैं। हमें सीधे उनसे मुकाबला करना होगा। जीएसपीसी घोटाले में मुद्दा मोदी हैं और 20,000 करोड़ रुपये का घोटाला है।’ गुजरात कांग्रेस के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले महीने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की थी और गुजरात राज्य पेट्रोलियम निगम (जीएसपीसी) में 19760 करोड़ रुपये के कथित घोटाले के मामले में न्यायिक जांच की मांग की। रमेश ने यह भी कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले दो साल में किये गये वादों और किये गये कामकाज में तथा कथनी और करनी में बड़ा अंतर रहा है और विपक्ष को इसे पूरी तरह उजागर करना जरूरी है। मोदी के प्रखर आलोचक रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री से सीधे टक्कर लेते हुए कांग्रेस को समझना जरूरी है कि पार्टी वैचारिक लड़ाई लड़ रही है जो पूरी तरह अलग है। रमेश ने कहा कि भाजपा और सरकार में प्रधानमंत्री के आशीर्वाद और मंजूरी के बिना कुछ नहीं होता। उन्होंने कहा, ‘यह सोचना सही नहीं है कि मोदी अलग हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय में जो हो रहा है, पाठ्यपुस्तकों को दोबारा लिखा जा रहा है, आईआईटी की स्वायत्तता समाप्त की जा रही है। ये सब पीएम मोदी का ही तो आशीर्वाद है।’ रमेश ने कहा, ‘सुब्रमण्यम स्वामी के हमलों को उनका आशीर्वाद रहा है। मोदी के आशीर्वाद और मंजूरी के बिना भाजपा और सरकार में पत्ता भी नहीं हिलता।’ गौरतलब है कि जयराम रमेश कांग्रेस के पहले नेता थे जिन्होंने 2014 में लोकसभा चुनावों से एक साल पहले 2013 में कहा था कि मोदी उनकी पार्टी के लिए प्रबंधन के स्तर पर और वैचारिक स्तर पर चुनौती बने हुए हैं।
उस समय कांग्रेस केंद्र में सरकार में थी।