वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने छह दिवसीय विदेश दौरे के सबसे अहम पड़ाव अमेरिका पहुंचे गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी को यहां अनोखा और बेशकीमती तोहफा मिला। दरअसल, भारत से तस्करी कर ले जाई गईं दुर्लभ सांस्कृतिक कलाकृतियों को अमेरिका ने लौटाया है। इन कलाकृतियों की कीमत लगभग 10 करोड़ डॉलर है। ब्लेयर हाउस में आयोजित एक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने महान संपदा वापस करने के लिए अमेरिका सरकार और राष्ट्रपति बराक ओबामा को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, कुछ लोगों के लिए इन कलाकृतियों की कीमत मुद्रा के रूप में हो सकती है लेकिन हमारे लिए यह इससे कहीं ज्यादा है। यह हमारी संस्कृति और विरासत का हिस्सा है। अमेरिका की ओर से लौटाई गई चीजों में धार्मिक मूर्तियां, कांसे और टैराकोटा की कलाकृतियां शामिल हैं। इनमें से कई कलाकृतियां तो 2000 साल पुरानी हैं। इन्हें भारत के सबसे संपन्न धार्मिक स्थलों से लूटा गया था। इनमें एक मूर्ति संत माणिककविचावकर की है, जो चोल काल (850 ईसा पश्चात से 1250 ईसा पश्चात) के तमिल कवि थे। इस मूर्ति को चेन्नई के सिवान मंदिर से चुराया गया था। इसकी कीमत 15 लाख डॉलर है। इसके अलावा लौटाई गई चीजों में भगवान गणेश की एक कांसे की मूर्ति भी है, जो 1000 साल पुरानी मालूम होती है। विकास स्वरूप की ट्वीट के मुताबिक, अमेरिका की अटॉर्नी जनरल लोरेटा लिंच ने कहा, “हमने आज चोरी हुई 200 से ज्यादा सांस्कृति चीजें भारत को लौटाने की प्रक्रिया शुरू की।” अमेरिकी अटॉर्नी जनरल लोरेटा ई मिंच ने कहा कि भारत के शानदार इतिहास और खूबसूरत संस्कृति को बयां करने वाली ये कलाकृतियां अपने घर वापस जाने के सफर की शुरुआत कर रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी और अमेरिकी लोगों की उम्मीद है कि इस सामान को स्वदेश लौटाया जाना भारत की संस्कृति के प्रति हमारे बेहद सम्मान का, इसकी जनता के प्रति हमारी गहरी सराहना और दोनों देशों के बीच के संबंधों के प्रति हमारी प्रशंसा का प्रतीक बनेगा।’’ गृह सुरक्षा मंत्री जेह जॉनसन ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारे वैश्विक समुदाय की सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा करना अहम काम है और हम इस कीमती सामान के मूल देशों और असल मालिकों की पहचान करने और इन्हें लौटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ इनमें से अधिकतर सामान ऑपरेशन हिडन आइडल के दौरान बरामद किए गए थे। यह जांच वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। इस मामले में आर्ट ऑफ द पास्ट गैलरी का मालिक सुभाष कपूर हिरासत में लिया गया था। उसपर भारत में मुकदमा चल रहा है। 2 साल में पीएम मोदी की यह चौथी अमेरिकी यात्रा है। अमेरिका पहुंचते ही एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट पर जमकर मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगे। एयरबेस पर मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों से पीएम ने मुलाकात भी की। कल्पना चावला सहित कोलंबिया स्पेस शटल हादसे में मृत अंतरिक्ष यात्रियों को दी श्रद्धांजलि पीएम ने ऑर्लिंगटन नेशनल सिमेट्री गए और वहां Tomb of the Unknown Soldier और कोलंबिया स्पेस शटल हादसे में मृत अंतरिक्ष यात्रियों को श्रद्धांजलि दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, ‘बलिदान को सम्मान, वीरता को सलाम। पवित्र समारोह के बाद औपचारिक कार्यों का आरंभ हुआ।’ विकास स्वरूप ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘वीरता और अदम्य साहस को श्रद्धांजलि।’ पीएम ने स्पेस शटल कोलंबिया मेमोरियल में चावला के पति एवं परिजन, नासा के वरिष्ठ अधिकारियों, भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके पिता से भी मुलाकात की। थिंक टैंक के प्रमुखों के साथ बैठक हुई, ओबामा के साथ डिनर आज पीएम US थिंक टैंक के प्रमुखों के साथ एक बैठक में भी शामिल हुए। पीएम मोदी आज राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ डिनर करेंगे। साथ ही अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे। न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप में शामिल होने की संभावनाओं पर भी उनका जोर रहेगा। अमेरिका आने से पहले पीएम मोदी अफगानिस्तान, कतर और स्विट्जरलैंड का दौरा कर चुके हैं।