दोहा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी दो दिन की यात्रा पर आज यहां पहुंचे। उनकी इस यात्रा से भारत और उर्जा संपन्न कतर के बीच आर्थिक रिश्तों और विशेषकर हाइड्रोकार्बन क्षेत्र के संबंधों को नई मजबूती मिलेगी। मोदी इस दौरान कतर के अमीर शेख तमीन बिन हमद अल-थानी के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे और कतर के व्यावसायिक समुदाय को संबोधित करेंगे। कतर से भारत को एलएनजी की बड़ी मात्रा में आपूर्ति की जाती है। पिछले वित्त वर्ष में देश के कुल एलएनजी आयात में 65 प्रतिशत हिस्सा कतर का था। मोदी के यहां पहुंचने पर कतर के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला बिन नासेर बिन खलीफा अल थानी ने हवाईअड्डे पर गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। मोदी ने यहां पहुंचने पर अपने ट्वीट में कहा, ‘दोहा पहुंच गया। भारत कतर के साथ मजबूत रिश्तों को काफी प्राथमिकता देता है। मेरी इस यात्रा का मकसद हमारे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाना है।’ एक अन्य ट्वीट में मोदी ने कहा, ‘मैं उन सभी कार्यक्रमों की तरफ नजरें लगाये हूं जिनसे भारत और कतर के बीच आर्थिक संबंधों का विस्तार हो और जनता के बीच रिश्ते और गहरे हों।’
उन्होंने अरबी भाषा में भी कुछ संदेश ट्वीट किये। मोदी कल कतर के अमीर के साथ विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों और आपसी हित से जुड़े क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों पर विस्तृत बातचीत करेंगे। सूत्रों ने यहां बताया कि बातचीत उर्जा क्षेत्र पर केन्द्रित रहने की उम्मीद है लेकिन इस दौरान आपसी संबंधों से जुड़े कई मुद्दे भी बातचीत में आ सकते हैं। कतर खाड़ी क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार है। वर्ष 2014-15 में द्विपक्षीय व्यापार 15 अरब डॉलर से अधिक रहा है। कतर कच्चे तेल के मामले में भी भारत का प्रमुख स्रोत रहा है। इस समय कतर में कई भारतीय कंपनियां वर्ष 2022 में यहां होने वाले फीफा विश्व कप से संबंधित निर्माण गतिविधियों में लगी हुई हैं। मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान यहां एक श्रमिक कैंप में भारतीय कामगारों को भी संबोधित करेंगे। कतर में भारतीय प्रवासियों की संख्या सबसे अधिक है। यहां 6,30,000 से अधिक भारतीय काम करते हैं जो कि इस देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा है। प्रधानमंत्री खाड़ी क्षेत्र के देशों के साथ संबंधों को सुधारने में ध्यान दे रहे हैं। समूचा खाड़ी क्षेत्र भारत की उर्जा सुरक्षा के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। इससे पहले प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात और सउदी अरब की यात्रा भी कर चुके हैं। पिछले आठ सालों में कतर की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2008 में दोहा की यात्रा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने यात्रा से पहले कहा था, ‘भारत के कतर के साथ ऐतिहासिक और नजदीकी रिश्ते उनके बीच आपसी लाभ के वाणिज्यिक लेनदेन और एक दूसरे के लोगों के बीच व्यापक संपर्क से जाहिर होते हैं।’ दोनों के बीच हाल में उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्रायें होती रही है। कतर के अमीर ने मार्च 2015 में भारत की यात्रा की थी। इससे पहले कतर के अमीर ने 1999, 2005 और 2012 में भारत की यात्रा की थी।