नई दिल्ली: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज (बुधवार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी सरकार की विदेश नीति को लेकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पास स्पष्ट दृष्टि का अभाव है और वह मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति उनकी मर्जी के हिसाब से की जा सकती है। भाजपा ने संप्रग सरकार की विदेश नीति की ‘असफलताएं’ गिनाने के बहाने राहुल गांधी पर निशाना साधा। गांधी ने संवाददाताओं से कहा, ‘विदेश नीति के मामले में देश में एक सुस्पष्ट नीति की आवश्यकता है जिसमें कोई क्या करना चाहता है इस बारे में स्पष्ट दृष्टि हो। प्रधानमंत्री के पास स्पष्ट दृष्टि का अभाव है।’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री बढ़ते हैं, एक रूख से दूसरे रूख पर जाते हैं और वह सोचते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कूटनीति उनकी मर्जी से की जा सकती है। वह सोचते हैं कि एक दिन पाकिस्तान जा रहे हैं, और उठते हैं और पाकिस्तान चले जाते हैं। इस तरह से आप विदेश नीति नहीं चला सकते।’
कांग्रेस मोदी सरकार की विदेश नीति और खासतौर पर पाकिस्तान नीति को निशाना बना रही है। भाजपा ने विदेशी मामलों में अपनी सरकार की उपलब्धियां भी एक एक कर के गिनवाईं और इस दौरान दूसरे देशों में फंसे 18,000 से अधिक भारतीयों की सकुशल वापसी और दुनियाभर के प्रमुख देशों के साथ संबंधों की प्रगाढ़ता का हवाला दिया। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘कांग्रेस के उपाध्यक्ष को मोदी फोबिया हो गया है। क्या उन्हें शर्म अल शेख की नाकामी याद है और क्या संप्रग सरकार को अपना वह विदेश मंत्री याद है जो संयुक्त राष्ट्र की एक बैठक में दूसरे देश के विदेश मंत्री का भाषण पढ़ आया था।’ उन्होंने कहा, ‘तत्कालीन संप्रग सरकार ने पाकिस्तान को आतंकवादियों के बारे में सूचना भेजी थी, जिसमें ऐसे आतंकवादियों के नाम थे, जो या तो मर चुके थे और या फिर भारत में जेलों में बंद थे। राहुल गांधी को कुछ होमवर्क कर लेना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि पहले जो देश भारत से फासला बनाकर रखते थे अब बेहतर परस्पर और व्यापारिक संबंध चाहते हैं।