नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): श्रीश्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की तरफ से आयोजित होने वाला विश्व सांस्कृतिक समारोह का आज (शुक्रवार) शाम भव्य आगाज हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले रिमझिम बारिश हुई। 11 मार्च से 13 मार्च तक चलने वाले इस तीन दिवसीय समारोह में 35 लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार एवं सांस्कृतिक नृत्य के साथ हुई। यमुना किनारे 1050 विद्वानों ने विश्वशांति एवं पर्यावरण से जुड़े वेद मंत्रों का पाठ किया। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शिरकत की। मंच पर विभिन्न देशों से आए अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत के समय बारिश के साथ ओले भी गिरे। लेकिन भव्य माहौल में लोग मौसम का भी आनंद लेते नजर आए। आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के 35 साल पूरे होने पर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिये भारतीय संस्कृति को वैश्विक पटल पर प्रस्तुत किया जाएगा। तीन दिवसीय इस भव्य कार्यक्रम में 155 से ज्यादा देशों से लोगों के शिरकत करने की संभावना है। इससे पहले हुए विवाद में श्रीश्री की संस्था ने एनजीटी की तरफ से लगाए गए जुर्माने में से 25 लाख रुपए जमा कर दिए हैं।
एनजीटी ने आर्ट ऑफ लिविंग (एओएल) पर पांच करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। बाकी राशि 4 करोड़ 75 लाख को भरने के लिए चार सप्ताह का समय मिला है।
11 मार्च का कार्यक्रम
-शाम 5 बजे से वर्ल्ड कल्चर महोत्सव में विशिष्ट हस्तियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
- शाम 5.15 बजे नादस्वरम से महोत्सव की शुरुआत होगी। इसके बाद चंद्रिका टंडन अपनी प्रस्तुति देंगी। चंद्रिका की प्रस्तुति के उपरांत महोत्सव में पहुंची हस्तियां दीप प्रज्ज्वलित करके महोत्सव का विधिवत उद्घाटन करेंगी।
- शाम 5.35 बजे पूर्व न्यायाधीश आरसी लाहोटी स्वागत भाषण देंगे।
इसके बाद एक प्रजेंटेशन के जरिए ऑर्ट ऑफ लिविंग के 35 साल के सफर को दिखाया जाएगा।
- शाम 5.45 बजे श्रीश्री रविशंकर संबोधित करेंगे।
इसके बाद ग्रैंड सिंफनी का कार्यक्रम होगा, जिसमें 8500 संगीतकार अलग अलग प्रस्तुतियां देंगे।
- वर्ल्ड कल्चर महोत्सव में आर्ट ऑफ लिंविंग से जुड़े 122 देशों के 35 लाख लोग हिस्सा ले रहें हैं।