फतेहपुर: निचली गंगा नहर में अभिलेखों की जांच पड़ताल करने के नाम पर हंगामा कर रहे हिन्दू युवा वाहिनी (हियुवा) के पदाधिकारियों के खिलाफ सिंचाई कर्मचारियों को गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए कर्मचारियों ने हंगामा कर रहे हियुवा वाहिनी के दर्जन भऱ से ज्यादा पदाधिकारियों को कार्यालय में बंधक बना लिया, कई कार्यकर्ता भाग निकले। असुरक्षा का हवाला और कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर कर्मचारियों ने कार्यालय के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची अफसरों ने गेट खुलवा कर हियुवा पदाधिकारियों को मुक्त कराया। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि हिन्दू वाहिनी के पदाधिकारियों से लेनादेना नहीं है। गुरुवार दोपहर हिन्दू युवा वाहिनी के जिला प्रभारी शिव प्रताप राठौर की अगुवई में एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता निचली गंगा नहर के कार्यालय में पहुंच कर कर्मचारियों से पूछताछ और अभिलेख चेक करने लगे। जिसका कर्मचारिओं ने विरोध किया। आरोप है कि हियुवा के पदाधिकारी हंगामा करते हुए तोड़फो़ड करने लगे। उन्होंने वहां रखे गमले और अन्य सामान तितर-वितर कर दिया। आरोप है कि कुछ कार्यकर्ता मोबाइल पर महिला कर्मचारियों की फोटो खींचने लगे और जबरन अभिलेख खींचने लगे। इस दौरान हियुवा और कर्मचारियों की गुत्थम गुत्था होने लगी। मामले की जानकारी पर कैम्पस में अन्य खंड कार्यालयों के कर्मचारी और उनके नेता पहुंच गए।
कर्मचारियों ने कार्यकर्ताओं को पकड़ कर एक कमरे में बंद कर गेट में ताला जड़ दिया। सौ नंबर पर बवाल की सूचना पर पुलिस में हडकंप मच गया। एसडीएम अभिनव रंजन और सीओ सिटी समर बहादुर समेत शहर की पुलिस मौके पर पहुंची और गेट खुलवा कर सभी को मुक्त कराया। अफसरों ने मामला सुलह कराने का प्रयास किया जिस पर कर्मचारी भड़क गए। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि एक्सईएन उन्हें लिखित में दें कि अभिलेख गायब होने की जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने अफसरों से कर्मचारियों की सुरक्षा की गारंटी देने की बात कही। सीओ सिटी ने बताया कि कर्मचारी मामले में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारियों द्वारा बंधक बनाए गए हियुवा के जिला प्रभारी शिव प्रताप राठौर ने पुलिस को बताया कि वह एक मामले की शिकायत को लेकर निचली गंगा नहर के एक्सईएन के पास गए थे। जहां उन्होंने अभिलेख दिखाने की मांग की। जिस पर कर्मचारियों ने उनके साथ बदसलूकी शुरू कर दी और मारपीट करने लगे। कर्मचारियों की संख्या अधिक होने के कारण वह दबाव में थे और उन्हें बंधक बना लिया गया। सपाइयों की तर्ज पर भाजपाइयों और हियुवा के पदाधिकारियों की गुंडई पर प्रभारी मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि कानून को हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ा जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कहा कि ऐसा करने वाले लोग भाजपा के नहीं होंगे, जरूर यह भाजपा सरकार के बनने पर दूसरी पार्टियों से आकर निजी स्वार्थ के लिए पार्टी को बदमान करने का काम कर रहे है। उन्होंने जिलाध्यक्ष दिनेश बाजपेई से ऐसे लोगों को चिंहित कर पार्टी से बाहर करने के निर्देश दिए है।