लखनऊ: लखनऊ में आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की रहस्यमय मौत का मामला गुरुवार को विधानसभा में भी गूंजा। सपा, कांग्रेस व बसपा ने आईएएस की हत्या का आरोप लगाते हुए मुद्दे पर चर्चा की मांग की। सपा ने वेल में आकर हंगामा किया, जबकि कांग्रेस ने अपने एक नेता की प्रताड़ना का मुद्दा उठाते हुए वाकआउट किया। वहीं बसपा नेता अपने विधायक की प्रताड़ना का आरोप लगाकर सदन से बाहर चले गए। प्रश्नकाल शुरू होते ही बसपा, कांग्रेस व सपा ने लखनऊ में आईएएस अधिकारी की मौत का मुद्दा उठाया। इस पर भी विपक्षी दलों के सदस्य नहीं रुके। सपा के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। उन्होंने आईएएस की हत्या का आरोप लगाया। अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने कहा कि यह नियमों के तहत नहीं हो सकता। अन्य सदस्यों के मौलिक अधिकारों का हनन है। प्रदेश की जनता इसे देख रही है। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि अगर अध्यक्ष ही विपक्ष को संरक्षण नहीं देंगे तो अपने कष्ट किससे और कहां कहे जाएंगे। जब बात ही नहीं सुनी जा रही तो क्या फायदा...। अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी से मुखातिब होकर कहा कि बुधवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए सभी को पर्याप्त वक्त मिला है।
आपने भी तरह-तरह की उपमाओं के साथ जमकर विरोध किया, कुछ उचित था कुछ नहीं था लेकिन सभी ने ध्यान से सुना। सभी को पूरा अवसर मिला था। इस बात से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी सपा सदस्यों समेत सदन से बाहर चले गए। कांग्रेस के अजय कुमार लल्लू ने भी कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाया और कहा कि उनकी पार्टी की नेता की प्रताड़ना की जा रही है। लिहाजा उन्हें बात कहने का मौका दिया जाए। अध्यक्ष द्वारा अनुमति न दिए जाने पर कांग्रेस के सदस्य भी सदन से बहिर्गमन कर गए। बसपा के नेता लाल जी वर्मा ने मांग उठाई की उनके एक पूर्व विधायक का बेवजह उत्पीड़न किया जा रहा है। इस पर चर्चा होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से अपनी बात कहने का मौका देने का अनुरोध किया। अध्यक्ष ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी सुनवाई नहीं की जा सकती। ऐसा नियमों के तहत नहीं हो सकता। इससे असंतुष्ट बसपा सदस्य भी सदन से बाहर चले गए। इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कर्नाटक काडर के आईएएस अनुराग तिवारी का शव मिला है। पुलिस जांच कर रही है। उनके परिजनों ने आरोप लगाए हैं कि वह कांग्रेस शासित कर्नाटक में हजारों करोड़ों के घोटाले का खुलासा करने वाले थे, उनकी हत्या हुई है। लिहाजा चार डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फिलहाल कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।