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कानपुर: सपा कुनबे में विधानसभा चुनाव से पहले शुरू हुआ घमासान फिर तेज हो गया है। एक तरफ सपा संरक्षक मुलायम सिंह कह रहे हैं कि कांग्रेस ने मुझे बरबाद कर दिया है। अगर अखिलेश ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से हाथ न मिलाया होता, तो पार्टी का ये हश्र न होता। वहीं दूसरी तरफ उरई में अखिलेश ने अपने रुख को फिर से दोहराया कर सबको चौंका दिया। अखिलेश ने कहा कि आगे भी कांग्रेस से गठबंधन जारी रहेगा। 2019 के लोकसभा व 2022 के विधानसभा चुनावों में जीत के लिए जनता से मेल जोल बढ़ाया जायेगा। उरई के कालपी और कानपुर में एक निजी कार्यक्रम में पत्नी डिंपल के साथ आए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नेताजी मुलायम सिंह के बयान उन्हें सीएम बनाकर भूल की, पर सीधे तो कटाक्ष नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि यह सवाल नेताजी से ही पूछो कि आखिर उन्होंने भूल क्यों की। साथ कहा कि नेता जी का आशीर्वाद होता तो प्रदेश में सपा की सरकार बन जाती। उनके बिना सरकार बनाना मुश्किल है। भाजपा पर हला बोलते हुए उन्होंने कहा कि झूठे वादे कर लोगों को धोखा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अप्रत्यक्ष रूप से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बचाव में नजर आए। भाजपा और मीडिया पर हमलावर अखिलेश ने कहा कि केजरीवाल जैसा संकट किसी के भी सामने आ सकता है। कल तक सपा सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वालों की सरकार खुद कटघरे में हैं।

सहारनपुर दंगा व जालौन गैंगरेप कांड इसका जीता जागता सबूत हैं। प्रदेश सरकार ने भले ही समाजवादी योजनाओं को बंद कर दिया, जो भी योजना चलायी जाएं उसे गरीब तक पहुंचाया जाए।

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