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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार द्वारा आईफोन तथा अन्य वस्तुएं खरीदने के लिए प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण (कैम्पा) निधि के कथित दुरुपयोग को लेकर बुधवार को आपत्ति जताई और राज्य के मुख्य सचिव से जवाब मांगा।

आईफोन, लैपटॉप, फ्रिज खरीदने के लिए किया गया अस्वीकृत खर्च: कैग 

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वनरोपण के लिए निर्धारित कैम्पा निधि का कथित रूप से उपयोग आईफोन, लैपटॉप, फ्रिज की खरीद और भवनों के नवीनीकरण समेत अस्वीकृत व्ययों के लिए किया गया।

न्यायमूर्ति बी आर गवई और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने कहा, ‘‘कैम्पा निधि का इस्तेमाल हरित आवरण बढ़ाने के लिए किया जाना है। इसका उपयोग गैर-स्वीकृत गतिविधियों के लिए किया जाना तथा अधिनियम के अनुसार ब्याज को एससीएएफ (राज्य प्रतिपूरक वनरोपण निधि) में जमा न करना गंभीर चिंता का विषय है। इसलिए हम उत्तराखंड के मुख्य सचिव को इन पहलुओं पर एक हलफनामा दायर करने का निर्देश देते हैं।’’

चमोली: उत्तराखंड के चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने 28 फरवरी को माणा में हुए हिमस्खलन हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। जोशीमठ के एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस हादसे में आठ मजदूरों की मौत हो गई थी।

46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया, आठ की मौत 

बता दें कि माणा के पास बीते शुक्रवार को भारी हिमस्खलन हुआ था, जिसके चपेट में बीआरओ के 54 श्रमिक आ गए थे। आईटीबीपी और सेना के जवानों ने रेस्क्यू अभियान शुरू किया। पहले दिन 33 श्रमिकों को सुरक्षित निकाला गया था। दूसरे दिन रेस्क्यू अभियान में एनडीआरएफ भी शामिल हुई। रेस्क्यू टीमों ने 46 श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया था, जबकि चार श्रमिकों के शव बरामद हुए थे। उसके बाद लापता चल रहे चार अन्य श्रमिकों की खोजबीन के लिए रविवार को फिर तीनों रेस्क्यू टीमों ने सर्च अभियान चलाया।

चमोली: उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ के पास माणा गांव में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के शिविर पर हुए हिमस्खलन में लापता चारों मजदूरों के शव रविवार को बरामद हो गए।

बर्फ में 54 मजदूर फंसे, 46 को सुरक्षित बाहर निकाला गया

चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने यहां बताया कि बचाव एवं तलाश अभियान के दौरान लापता सभी मजदूरों के शव बरामद कर लिए गए।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार को हुए हिमस्खलन के कारण बर्फ में 54 मजदूर फंस गए थे, जिनमें से 46 को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि आठ अन्य की मौत हो गई।

तिवारी के मुताबिक, रविवार को जिन चार मजदूरों के शव बरामद हुए हैं, उनकी पहचान उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर के रहने वाले अनिल कुमार (21), उत्तर प्रदेश के फतेहपुर के अशोक (28), हिमाचल प्रदेश के ऊना के हरमेश चंद (30) और देहरादून के क्लेमेंटाउन क्षेत्र के निवासी अरविंद (43) के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि सात मृतकों के शव को ज्योतिर्मठ लाया गया है, जहां उनका पोस्टमार्टम किया जा रहा है।

चमोली: उत्तराखंड के चमोली में एवलांच में मृतक संख्या बढ़कर सात पहुंच गई है। जिन लापता चार मजदूरों की तलाश की जा रही थी, उनमें से तीन के शव मिले हैं। कल तक चार मजदूरों की मौत हुई थी, अब मृतक संख्या सात हो चुकी है। लापता एक श्रमिक की तलाश में जवान लगे हुए हैं।

बद्रीनाथ-माणा में रेस्क्यू अभियान रविवार सुबह शुरू किया गया। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने जानकारी दी, कि उत्तराखंड के चमोली जिले में हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में रविवार को तलाशी अभियान के लिए एक Mi-17 हेलीकॉप्टर ड्रोन आधारित इंटेलिजेंट बरीड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम को एयरलिफ्ट करने के लिए तैयार है।

रेस्क्यू अभियान में गंभीर रूप से घायल पवन पुत्र महेंद्र सिंह (23) इशापुर, सम्भल, उत्तर प्रदेश को हेली एंबुलेंस से एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया गया है। जबकि एक व्यक्ति को शनिवार को रेफर कर दिया गया था। 28 फरवरी को जोशीमठ के माणा गांव के पास बीआरओ कैंप में हुए हिमस्खलन में शनिवार से ही वायुसेना के चीता हेलीकॉप्टर चमोली के माना इलाके में बचाव अभियान में लगे हुए हैं।

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