ताज़ा खबरें
फ्लाइट और ट्रेनों में बम की धमकी देने वाला शख्स नागपुर से गिरफ्तार
दिल्ली में ‘बहुत खराब' हुई हवा, क्वालिटी इंडेक्स 300 के ऊपर पहुंचा
मुठभेड़ में ढेर हुआ लश्कर का टॉप कमांडर उस्मान, चार जवान जख्मी
अमित शाह पर कनाडा के आरोप, भारत ने कनाडा से जताई नाराजगी
आतंकियों को मारने की जगह पकड़ा जाए, ताकि पूछताछ हो: फारूक
अनंतनाग में मुठभेड़ जारी, जवानों ने दो विदेशी आतंकियों को किए ढेर
भारत के गांव में कमला हैरिस की जीत के लिए प्रार्थना, बांट रही मिठाई
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट पांच नवंबर को करेगा सुनवाई

बेंगलुरू: मंत्रिमंडल के गठन के बाद किसी भी मुख्‍यमंत्री के लिए विभागों का बंटवारा करना आसान काम साबित नहीं होता। हाल ही में कर्नाटक के सीएम बने बासवराज बोम्‍मई भी इसी समस्‍या का सामना कर रहे। अपने सभी कैबिनेट को खुश करने के लिए उन्‍हें मशक्‍कत करनी पड़ रही है। कांग्रेस से भाजपा में आए कांग्रेस विधायक आनंद सिंह का कहना है कि वह अपने विभाग-पर्यटन, पारिस्थितिकी और पर्यावरण से संतुष्‍ट नहीं है। सिंह ने अपने गृह जिले बेल्‍लारी में संवाददाताओं के साथ चर्चा में कहा, 'मैं इसके लिए नहीं कहा था। मैं केवल यही कह सकता हूं कि मैंने जो भी आग्रह किया था, वह पूरा नहीं हुआ। मैं अभी इस बारे में कमेंट नहीं कर सकता। मैं फिर सीएम से मिलूंगा और एक बार फिर अनुरोध करूंगा।'

रिपोर्ट के अनुसार, एमटीबी नागराज भी नगरीय प्रशासन और गन्‍ना मंत्रालय के प्रभार से नाखुश बताए जाते हैं। वे भी ऐसे पूर्व कांग्रेसी नेता है जिन्‍होंने वर्ष 2019 में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिराने में मदद की थी और अपनी 'निष्‍ठा' बदली थी।

नागराज ने बाद में अपनी पूर्व सीट होसकोट से उपचुनाव लड़ा था लेकिन उन्‍हें नाकामी हाथ लगी थी। वे विधान परिषद सदस्‍य हैं। 28 जुलाई को बीएस येदियुरप्‍पा के स्‍थान पर कर्नाटक के सीएम पद की शपथ लेने वाले बोम्‍मई ने कहा, 'मैंनें हर मुद्दे पर उनसे (आनंद सिंह से) चर्चा की है। उन्‍होंने भी अपनी भावनाओं से मुझे अवगत कराया है। मैंने उनसे कहा कि मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं और आपके आत्‍मसम्‍मान के लिए जो भी संभव होगा,करूंगा। वह इस पर सहमत नजर आए और चले गए। मैं एमटीबी नागराज से भी बात करूंगा।' चार अगस्‍त के कैबिनेट फेरबदल के बाद उन्‍होंने असंतोष की रिपोर्टों को लेकर बात करते हुए कहा था, 'हर किसी को अपना चाहा हुआ विभाग नहीं मिल सकता।'

गौरतलब है कि सीएम बोम्मई ने अपने मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों को ही तरजीह दी है और 23 ऐसे विधायकों को मंत्री बनाया है जो पूर्ववर्ती बीएस येदियुरप्पा मंत्रिमंडल में भी मंत्री थे, जबकि छह नए चेहरों को शामिल किया गया है। येदियुरप्पा मंत्रिमंडल में शामिल गोविंद कारजोल (मुधोल), केएस ईश्वरप्पा(शिमोगा), आर अशोक (पद्मनाभनगर), सीएन अश्वथ नारायण (मल्लेश्वरम), बी श्रीरामुलु (मोल्कालमुरु), उमेश कट्टी(हुक्केरी), एसटी सोमशेखर (यशंवतपुर), के सुधाकर (चिक्काबल्लापुरा) और बीसी पाटिल (हीराकेरुरु) को बोम्मई ने अपनी सरकार में भी जगह दी है। वी सुनील कुमार (करकला), अरगा जनेंद्र(तीर्थहल्ली), मुनिरत्ना (आरआर नगर), हलप्पा अचार (येलबुर्गा), शंकर पाटिल मुनेनकोप(नवलगुंडा) और बीसी नागेश(टिपतुर) नए चेहरे हैं जिन्हें बोम्मई सरकार में जगह मिली है।

 

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख