बेंगलुरु: कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को पत्र लिखते हुए उनसे पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ पुलिस की तरफ से दर्ज एफआईआर को वापस लेने की मांग की है। सोनिया गांधी के खिलाफ एक वकील ने प्रधानमंत्री की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। पुलिस ने बताया कि ट्वीट में पीएम केयर्स फंड के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था। शिवमोगा जिले में सागर कस्बे की पुलिस ने बुधवार को प्रवीण के वी नामक व्यक्ति की शिकायत पर मामला दर्ज किया। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट में 'निराधार आरोप लगाकर जनता के बीच अविश्वास पैदा करने का प्रयास किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस ने मामला दर्ज किये जाने की निंदा की है। शिवकुमार ने येदियुरप्पा को पत्र लिखते हुए दावा किया कि प्रवीण कुमार एक भाजपा कार्यकर्ता था। उन्होंने लिखा, “श्रीमति सोनिया सोनिया गांधी एक सांसद और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के नाते इस मकसद से ट्वीट किया कि पीएम केयर्स फंड का देश के लोगों के कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जाए।
दुर्भाग्यवश, भाजपा नेतृत्व की तरफ से इसकी गलत व्याख्या की गई और प्रवीण कुमार को शिकायत दर्ज करने के लिए उकसाया गया... जिसके बाद बिना सच्चाई जाने हुए गलत सूचना पर शिकायत दर्ज की गई।”
आईपीसी की धाराओं 153 और 505 (1) (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है जो लोगों को किसी अन्य वर्ग या समुदाय के खिलाफ अपराध करने के लिए अकारण उकसाने से संबंधित है। शिकायत में आरोप है कि आईएनसी इंडिया ट्विटर अकाउंट से 11 मई को शाम छह बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ संदेश डालकर पीएम केयर्स कोष के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया जिसमें कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद के लिए लोग दान दे रहे हैं। शिकायतकर्ता ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और ट्विटर हैंडल को संभालने में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
कर्नाटक कांग्रेस के प्रवक्ता सुभाष अग्रवाल ने मामला दर्ज होने की निंदा करते हुए कहा, ''विपक्ष की जिम्मेदारी होती है कि वह सरकार पर सवाल खड़े करे। अगर विपक्ष की आवाज दबा दी गयी तो लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा। अग्रवाल ने यह भी कहा कि पार्टी ने हमेशा कहा है कि जब प्रधानमंत्री राहत कोष पहले से है तो पीएम केयर्स फंड की कोई जरूरत नहीं है।