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नई दिल्ली: कर्नाटक से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी अब मुश्किल होने वाली है। कर्नाटक की येदियुरप्पा सरकार ने प्रवासी कामगारों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध अब वापस ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बिल्डरों ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा से मुलाकात कर मजदूरों के घर लौटने के बाद निर्माण क्षेत्र के सामने आने वाले संकट के बारे में बताया। कहा जा रहा है कि इसी वजह से राज्य सरकार ने विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध अब वापस ले लिया है।

मालूम हो कि प्रवासी मजदूरों के लिए नोडल अधिकारी एवं राजस्व विभाग में प्रधान सचिव एन मंजूनाथ प्रसाद ने दक्षिण पश्चिम रेलवे से बुधवार को छोड़ कर पांच दिन के लिए हर रोज दो स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए अनुरोध किया था। कर्नाटक सरकार चाहती थी कि बिहार के दानापुर के लिए हर रोज तीन ट्रेनें चलाई जाएं। प्रसाद ने अब पत्र लिख कर कहा कि विशेष ट्रेनों की जरूरत नहीं है। कर्नाटक में अभी भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर मौजूद हैं और वो सभी घर लौटना चाहते हैं।

इस बीच मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से रुकने की अपील की थी, क्योंकि राज्य में निर्माण कार्य फिर से शुरू हो गया है। लॉकडाउन के कारण इन प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का खतरा पैदा हो गया है। काम नहीं मिलने के कारण इनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। ऐसे में हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों ने अपने गृह राज्यों के लिए पैदल यात्रा शुरू कर दी।

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