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बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 107वें सत्र का उद्घाटन करते हुए शुक्रवार की सुबह कहा कि भारतीय वैज्ञानिक दुनिया भर में परचम लहरा रहे हैं। पीएम मोदी ने भारतीय साइंस कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा, मुझे इस बात की खुशी है कि इस दशक और नए साल के मेरे शुरुआती कार्यक्रमों में से एक ये विज्ञान, तकनीक और अन्वेषण पर आधारित है।

पीएम मोदी ने कहा, "नवाचार, पेटेंट, निर्माण और सफलता ऐसे चार कदम हैं जो देश को तेज विकास की दिशा में ले जाएंगे। भारत की विकास गाथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सफलता पर निर्भर करती है। भारत में विज्ञान, तकनीक और नवोन्मेष के परिदृश्य में बदलाव की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि जब हमने साल 2020 विज्ञान और तकनीक के सहारे आशावान और साकारात्मकता के शुरुआत की, तो हमने अपने सपनों को साकार करने की दिशा में एक अन्य कदम बढ़ा दिया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि मैं इसलिए भी खुश हूं क्योंकि इनोवेशन इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है और यह 52वें पायदान पर आया है।

इससे पहले, पीएम मोदी गुरुवार को देश के वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों से अपनी सोच का विस्तार करने का आह्वान किया और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार पूरी तरह उनके साथ है। मोदी ने कहा, '' आपकी क्षमता विस्तृत है, आप कई चीजें कर सकते हैं, अपनी सोच का विस्तर कर सकते हैं, अपने प्रदर्शन के मापदंड को बदल सकते हैं....पंख फैलाकर उड़ान भर सकते हैं, (आपके लिए) मौके हैं, मैं आपके साथ हूं।

उन्होंने यहां रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह देश के वैज्ञानिकों और नवोन्मेषकों के साथ है । उन्होंने कहा, '' आप सभी इस बात से परिचित हैं कि आकाश और समुद्र के साथ ही साइबर क्षेत्र और अंतरिक्ष भी दुनिया के सामरिक समीकरणों को परिभाषित करेंगे। इसी के साथ बुद्धिमान मशीनें भी आने वाले दिनों में रक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभायेंगी। ऐसे में भारत पीछे नहीं रह सकता है।

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