अमृतसर: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने राज्य में हो रही बेअदबी की घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम ने कहा कि इसके पीछे एजेंसियों का हाथ है। हालांकि चन्नी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह एजेंसियां देश की हैं या बाहर की। चन्नी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आंधी चल रही है, जिससे घबराहट में आकर प्रदेश का माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। कहा कि पंजाब का माहौल बिगाड़ने के लिए धार्मिक बेअदबी की जा रही है। हमें संयम से काम लेते हुए धार्मिक स्थलों की निगरानी रखनी चाहिए।
पट्टी में श्री गुरु तेग बहादुर जी स्टेट ला यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य शुरू करवाने तथा पांच करोड़ से बने डाइट सेंटर को लोकर्पित करने के मौके पर सीएम ने रैली को संबोधित किया। यहां से सीएम चन्नी सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक होने पहुंचे। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद रहे। बता दें, यहां गत दिवस बेअदबी के मामले में एक युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
सीएम ने पुलिस से घटना की विस्तृत जानकारी ली और तत्काल जांच पूरी करने के निर्देश दिए।
अमृतसर में चन्नी ने कहा कि हम राज्य के लोगों से सभी धर्मों के धार्मिक केंद्रों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने, सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हैं। हो सकता है कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कुछ बुरे तत्व इसकी वजह बन रहे हों। हमारी एजेंसियां जांच कर रही हैं।
वहीं, पट्टी में रैली को संबोधित करते हुए चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य का बड़े स्तर पर विकास करवा रही है। इस विकास कार्यों से विपक्षी दल घबरा गए हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि जब तक शिअद में सुखबीर सिंह बादल व बिक्रम सिंह मजीठिया हैं तब तक यह पार्टी कभी सत्ता में नहीं आ सकती, क्योंकि पंजाब की जवानी को नशे से बर्बाद करने और धार्मिक बेअदबी के पीछे शिअद की पूर्व सरकार का हाथ है।
चन्नी ने आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अंग्रेजों की भांति पंजाब को लूटना चाहते हैं। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में उनकी बयानबाजी विपरीत होती है। ऐसे में आप से भले की उम्मीद नहीं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर तंज कसते उन्होंने कहा कि पंजाब में ड्रोन का डरावा दिखाकर राज्य के लोगों को गुमराह करने का प्रयास कभी सफल नहीं होगा। सच्चाई ये है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ मिलकर पंजाबियों को धोखा दिया है। इसी भाजपा के चलते दिल्ली में आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की जान गई है।