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चंडीगढ़: हरियाणा के करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में पंजाब भर में किसान सड़क पर उतरे। जगह-जगह किसानों ने राजमार्ग और लिंक सड़कों पर जाम लगा दिया। इस दौरान किसानों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बठिंडा में किसानों ने चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया। उधर, गोबिंदगढ़ में भी किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया। सुनाम में हरियाणा और पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों ने अर्थी फूंकी और चक्काजाम किया। लुधियाना-बठिंडा राज्य मार्ग पर रकबा टोल के पास किसान धरने पर बैठे। वहीं हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने अमृतसर के भंडारी पुल पर दो घंटे तक सड़क जाम किया। कमोबेश यही हाल पूरे प्रदेश का रहा। 

लुधियाना में दोपहर 12 बजे से लेकर दो बजे तक किसान यूनियन ने हाईवे जाम कर दिया। लुधियाना के लाडूवाल स्थित टोल प्लाजा पर किसान नेताओं ने दोनों तरफ बैरिकेड लगा यातायात पूरी तरह से ठप कर दिया। इस दौरान किसान नेताओं ने केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

रविवार को फगवाड़ा में बहुजन समाज पार्टी की अलख जगाओ रैली के लिए जा रहे बसपा कार्यकर्ता भी इस जाम में फंस गए। उन्होंने किसी तरह बैरिकेड हटाकर आगे बढ़ने का प्रयास किया तो उनकी किसान नेताओं के साथ तीखी झड़प हो गई। बसपा कार्यकर्ताओं ने किसानों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आखिरकार पुलिस ने किसी तरह दोनों पक्षों को शांत किया। वहीं लुधियाना शहर के फिरोजपुर रोड पर भी किसानों ने चक्काजाम कर गुस्सा जाहिर किया। 

रकबा टोल प्लाजा पर किया चक्काजाम
 
रायकोट में भी किसानों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सीटू कार्यकर्ताओं ने रायकोट की सब्जी मंडी मे जमा होकर हरियाणा की सरकार का पुतला फूंका। सीटू के राज्य सचिव कामरेड दलजीत कुमार गोरा तहसील, सचिव राज जसवंत सिंह तलवंडी ने करनाल के एसडीएम द्वारा किसानों का सर फोड़ देने का निर्देश देने को सरकार की नीयत और नीति करार दिया। 
 
जालधर: किसानों ने दो घंटे किया चक्काजाम, जनता परेशान
                                                     
जालंधर में किसानों ने पीएपी चौक पर दो घंटे जाम लगाया। यह जाम भारतीय किसान यूनियन राजेवाल और संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से लगाया गया। इस दौरान अमृतसर और लुधियाना को जाने वाले सभी रास्ते बंद रहे। जिसकी वजह से दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। 

चक्काजाम के दौरान किसान लगातार केंद्र सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। यह किसान हाईवे से हटने को कतई तैयार नहीं थे। दो घंटे तक लगातार प्रदर्शन करने के बाद किसानों ने धरना हटा दिया। इस धरने की वजह से राहगीरों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा। किसानों ने रविवार को प्रदर्शन की घोषणा पहले ही कर दी थी। हालांकि इस संबंध में आम लोगों को जानकारी कम ही थी। जिसकी वजह से लोग बाहर निकले और परेशानी का सामना करना पड़ा।

विद्यार्थियों को जाने दिया

किसानों ने पीएपी चौक में जाम में फंसे विद्यार्थियों को पेपर देने के लिए रास्ता खोला लेकिन उन्होंने अन्य जनता को यहां से निकलने की इजाजत नहीं दी। पीएपी चौक पर जाम में एक छात्रा की कार फंस गई। यह छात्रा किसी परीक्षा के लिए जा रही थी। जब उसने किसानों को यह जानकारी दी तो उसे जाने दिया गया। किसानों ने कई और विद्यार्थियों को भी रास्ता दिया। 

सोमवार को घेरेंगे भाजपा नेताओं के दफ्तर
किसान सोमवार को पंजाब में भाजपा नेताओं के दफ्तर घेरने की तैयारी कर रहे हैं। इसकी घोषणा पहले ही कर दी गई है। इसके साथ ही किसानों ने 25 सितंबर को भारत बंद की घोषणा भी की है। 
अमृतसर में किसानों ने रिगो ब्रिज पर किया प्रदर्शन
भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के सदस्यों ने रविवार को अमृतसर के रिगो ब्रिज पर चारों तरफ बाइक खड़ी करके दो घंटों तक ट्रैफिक जाम किया। सीनियर किसान नेता पलविंदर माहल और बाबा कर्मजीत सिंह के नेतृत्व में युवा किसानों ने इससे पहले मोटरसाइकिल रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। 

बठिंडा: अमृतसर-चंडीगढ़ हाईवे समेत सात स्थानों पर लगाया जाम 
बठिंडा में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के बैनर तले किसानों ने अमृतसर-चंडीगढ़, अबोहर, सरदूलगढ़, मानसा, हाईवे समेत रामपुरा एवं बादल रोड पर 12 बजे से दो बजे तक दो घंटे जाम लगाकर मनोहर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला फूंका। 

सुनाम: कैप्टन सरकार व हरियाणा सरकार के खिलाफ अर्थी फूंक प्रदर्शन 
भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के नेतृत्व में हजारों किसानों ने रविवार को पटियाला मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर अर्थी फूंक प्रदर्शन किया। शनिवार को अमृतसर में किसानों से धक्कामुक्की करने व हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज करने के विरोध में किसानों में आक्रोश चरम पर था। इस दौरान महिलाओं ने भी पूरे जोश के साथ सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की। 

शंभू बैरियर हाईवे पर सात किमी लंबा जाम
रविवार दोपहर दो घंटे शंभू बैरियर जाम कर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप कर दी। जिसके चलते घग्गर सराए से शंभू बैरियर करीब सात किलोमीटर तक वाहनों की लंबी-लंबी बतारें लग गईं। भारी जाम को देखते हुए राजपुरा पुलिस ने अमृतसर, लुधियाना से दिल्ली की तरफ जा रहे वाहनों को गगन चौक से जीरकपुर के रास्ते हरियाणा की तरफ डायवर्ट किया गया लेकिन जाम की घोषणा दो घंटे तक होने से बस चालकों ने लाइन में खड़े होकर जाम खुलने का इंतजार किया, जिससे यात्री भीषण गर्मी में परेशान हो उठे।
 
हरियाणा पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर सही नहीं किया
फिरोजपुर में विभिन्न किसान संगठनों ने धरने देकर अलग-अलग जगहों पर सड़कें जाम की हैं। प्रदर्शनकारियों की ओर से दो घंटे तक यातायात ठप करने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी है। क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब, बीकेयू सिद्धूपुर के अलावा अन्य किसान जत्थेबंदियों ने फिरोजपुर छावनी की चुंगी नंबर-सात पर धरना देकर फिरोजपुर-लुधियाना, दिल्ली, जालंधर, श्रीगंगानगर और जम्मू-कश्मीर का यातायात ठप किया। 

किसान नेता अवतार सिंह, गुरमीत सिंह, सुरजीत कुमार व परमजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का किसान शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे। इस दौरान वहां की पुलिस ने किसानों पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया। इस घटना में कई किसान चोटिल हुए हैं। उधर, गांव माहमूजोईयां टोल प्लाजा पर किसानों ने बारह बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक धरना देकर यातायात ठप किया। टोल प्लाजा पर पिछले 330 दिनों से किसानों का धरना जारी है।                    

फरीदकोट में किसान संगठनों ने 10 स्थानों पर किया लगाया जाम
रविवार को फरीदकोट जिले में भी 10 स्थानों पर किसान संगठनों की तरफ से नेशनल व स्टेट हाईवे पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चक्का जाम किया और केंद्र सरकार व हरियाणा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। उधर, पटियाला में भी करनाल की घटना के खिलाफ किसानों ने रोष व्यक्त किया। भारतीय किसान यूनियन एकता (उगराहां) के बैनर तले किसानों ने ब्लाक स्तर पर आठ जगहों पर दोपहर 12 बजे से लेकर दो बजे तक हाईवे जाम किया। वहीं 79 गांवों में केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा सरकार के पुतले फूंके और जमकर नारेबाजी की गई। 

 

 

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