चंडीगढ़: पंजाब राज्य कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार मालविंदर माली ने इस्तीफा दे दिया है। अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियां बटोरने वाले माली ने एक प्रेस बयान जारी करके यह जानकारी दी। उन्होंने बयान में कहा 'मैं नवजोत सिंह सिद्धू को सलाह देने के लिए दी गई सहमति को वापस लेने का नम्रता के साथ एलान करता हूं। अगर मेरा कोई जानी नुकसान होता है, तो इसके लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब के कैबिनेट मिनिस्टर विजय इंद्र सिंगला, पंजाब के सांसद मनीष तिवारी, पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल, पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और भाजपा के सुभाष शर्मा, आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा और जरनैल सिंह जिम्मेदार होंगे।'
प्यारे लाल गर्ग और मालविंदर माली हाल ही में सिद्धू की टीम में शामिल हुए थे। एक फेसबुक पोस्ट में मालविंदर माली ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान दोनों अवैध रूप से कश्मीर पर कब्जाधारी हैं। माली ने कथित तौर पर दावा किया था कि ‘‘कश्मीर, कश्मीरी लोगों का देश है।''
जबकि एक अन्य सलाहकार प्यारे लाल गर्ग ने पाकिस्तान की आलोचना करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की निंदा की थी।
नवजोत के सलाहकारों के ऐसे बयानों को लेकर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा था कि नवजोत सिंह को अपने सलाहकारों को बर्खास्त कर देना चाहिए और अगर वह ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो पार्टी उन्हें बर्खास्त कर देगी। मीडिया से बात करते हुए हरीश रावत ने पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख को स्पष्ट संदेश दिया था। रावत का यह संदेश मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ विद्रोह के एक नए विस्फोट के बाद आया था। उन्होंने सिद्धू के सलाहकारों की टिप्पणी को गलत मानसिकता वाला करार दिया था।