नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): नवजोत सिंह सिद्धू ने बैटिंग के स्टाइलिश अंदाज के साथ आज पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मंच पर सीएम अमरिंदर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और कांग्रेस के नेता हरीश रावत भी मौजूद थे। पार्टी में लंबी कलह के बाद सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया है। पहले भाषण में आक्रामक अंदाज में उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करूंगा। मुझ में कोई अहंकार नहीं। कांग्रेस आज एकजुट है। हालांकि सिद्धू के भाषण में पार्टी में हुई कलह की झलक भी दिखी, जब वे अपने भाषण में सीएम अमरिंदर सिंह को शामिल करते दिखे। उन्होंने कहा कि जो मेरा विरोध करते हैं, वो मुझे बेहतर बनाते हैं।
सिद्धू ने ये भी कहा कि जो मुझे आशीर्वाद देते हैं, वो मेरा सुरक्षा कवच हैं। मैं सबका आशीर्वाद लेकर और सबको साथ लेकर चलूंगा। सिद्दू ने अपने भाषण में ये जताने की कोशिश भी की कि जो हुआ सब पीछे छूट गया है।
उन्होंने ये भी कहा कि मेरी लड़ाई कोई मुद्दा नहीं है। दिल्ली में बैठे किसान, डॉक्टरों और नर्सों की समस्याएं असली मुद्दे हैं। हमें मुद्दों को सुलझाना है। तभी हम भगवान के सामने सच्चे हैं। अपने कोट्स के लिए फेमस सिद्धू इस भाषण में भी बोले- ज्यादा नहीं बोलना सी, पर विस्फोटक बोलना सी।
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आज पंजाब भवन में चाय पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच महीनों के टकराव के बाद चाय पर हुई मुलाकात राज्य की पार्टी इकाई में राजनीतिक संकट के अंत का प्रतीक हो सकती है। मीडिया रिर्पोटस के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुलाकात के कुछ क्षण बाद कहा, "पंजाब संकट का समाधान हो गया है, आप देख सकते हैं।"
नवजोत सिंह सिद्धू के पंजाब भवन पहुंचने के कुछ मिनट बाद कैप्टन भी वहां पहुंचे। क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू की पंजाब कांग्रेस में अध्यक्ष के रूप में नई भूमिका शुरू होने से पहले यह टी पार्टी आयोजित की गई थी। मुख्यमंत्री के खेमे द्वारा पुरजोर विरोध करने के बावजूद सिद्धू की पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा इस सप्ताह की शुरुआत में की गई थी। उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सुनील जाखड़ की जगह ली है।