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बठिंडा (पंजाब): बठिंडा में शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जयंती कार्यक्रम में हंगामा हो गया। मौके पर पहुंचे किसानों ने कार्यक्रम का विरोध किया और कुर्सियां आदि तोड़ दी। किसान कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से शुक्रवार को पंजाब के बठिंडा में अमरीक सिंह रोड पर एक समागम का अयोजन किया जाना था। इसे लेकर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे। रोड पर बड़े बड़े बैरिकेड भी लगा रखे थे और भारी पुलिस फोर्स तैनात थी। 

जैसे ही समागम के बारे में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां और अन्य किसान यूनियनों को पता चला तो करीब 100 किसानों ने पहले भाजपा सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और फिर पुलिस की मौजूदगी में बैरिकेड तोड़कर समागम स्थल में दाखिल हो गए। इसके बाद किसानों ने कुर्सियां तोड़ दी। मामला बढ़ता देख और पुलिस बल बुलाया गया। आरोप है कि किसानों का विरोध कर रहे भाजपा नेताओं के साथ पुलिस बल ने धक्का मुक्की की।

किसान यूनियन के नेता हरजिंदर सिंह, सुखविन्द्र सिंह ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को केंद्र सरकार वापस नहीं लेती, तब तक वे सरकार का विरोध जारी रखेंगे। 

वहीं भाजपा नेता सुनील सिंगला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने किसानों को रोकने के बजाय भाजपा की महिला वर्करों पर ही लाठियां चला दी। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना के बारे में पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता और भाजपा प्रदेश प्रधान अश्वनी शर्मा को बता दिया गया है। इसके बाद भाजपा और किसानों ने आमने-सामने अमरीक सिंह रोड पर धरना लगा दिया। पुलिस दोनों पक्षों के बीच में खड़ी थी।

 

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