नई दिल्ली/चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने विवादास्पद कृषि बिलों पर गठबंधन छोड़ने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) पर हमला बोला है। गठबंधन ने पिछले सप्ताह ही इन बिलों को संसद से पारित कराया है। हरसिमरत कौर ने एक ट्वीट में लिखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा जिस एनडीए "गठबंधन" की परिकल्पना की गई थी, वह अब नहीं रहा। उन्होंने ट्वीट किया है, "यदि 3 करोड़ पंजाबियों का दर्द और विरोध-प्रदर्शन भारत सरकार के कठोर रुख को बदलने में विफल रहता है, तो यह वाजपेयी जी और बादल साहब द्वारा परिकल्पित #एनडीए नहीं है। एक गठबंधन अपने सबसे पुराने सहयोगी के लिए कान बहरे कर देता है और पूरे देश को खिलाने वालों की अपील पर आंखें मूंद लेना कहीं से भी पंजाब के हित में नहीं है।"
उनकी यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लगभग एक हफ्ते के बाद आई है। भाजपा सरकार के कृषि अध्यादेश का समर्थन करने पर उनकी पार्टी को किसानों के विरोध का समर्थन करना पड़ा था।
जब इस अध्यादेश को कानून बनाने के लिए संसद में बिल लाने की चर्चा केंद्रीय कैबिनेट में हुई तो हरसिमरत भी उसमें मौजूद थीं। केंद्रीय कैबिनेट से बिल पास होने के बाद हरसिमरत कौर ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। तब उन्होंने कहा था कि वो पंजाब के किसान भाइयों, बहनों और बेटियों के साथ खड़ा रहने पर गर्व महसूस करती हैं।
शनिवार (26 सितंबर) की रात अकाली दल ने कृषि बिल के मुद्दों पर भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए गठबंधन छोड़ने का फैसला किया। शिव सेना और तेलगु देशम पार्टी के बाद अकाली दल भाजपा का तीसरा बड़ा सहयोगी दल है, जिसने एनडीए छोड़ा है।