पटनाः बिहार में भाजपा और जदयू का गठबंधन टूट गया है। सीएम नीतीश कुमार ने शाम चार बजे राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। वहीं इससे पहले जेडीयू की आज हुई बैठक में पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों ने सीएम नीतीश कुमार के फैसले का समर्थन किया और कहा कि वे उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि वे हमेशा उनके साथ रहेंगे, जो कुछ भी वह तय करेंगे।
जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि नये स्वरूप में नये गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए श्री नीतीश कुमार जी को बधाई। नीतीश जी आगे बढ़िए। देश आपका इंतजार कर कर रहा है। लग रहा है कि नीतीश देश की राजनीति के लिए अग्रसर होंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जेडीयू की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा अपमानित करने का काम किया है। जेडीयू को षडयंत्र के तहत खत्म करने की कोशिश की गई।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि बिहार में जो भी राजनीतिक परिस्थिति बने, वे हर हाल में नीतीश कुमार के साथ हैं।
बिहार विधानसभा में सीटों की कुल संख्या 243 है। यहां बहुमत साबित करने के लिए किसी भी पार्टी को 122 सीटों की जरूरत है। वर्तमान आंकड़ों को देखें तो बिहार में सबसे बड़ी पार्टी राजद है। उसके पास विधानसभा में 79 सदस्य हैं। वहीं, भाजपा के पास 77, जदयू के पास 45, कांग्रेस के पास 19, कम्यूनिस्ट पार्टी के पास 12, एआईएमआईएम के पास 01, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के पास 04 सदस्य हैं। इसके अलावा अन्य विधायक हैं।