पटना: बिहार में नरेंद्र मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे उग्र प्रदर्शन के बीच गृह मंत्रालय ने भाजपा के दोनों उप मुख्यमंत्री समेत 10 नेताओं को अतिरिक्त सुरक्षा दी है। जानकारी के मुताबिक यह सुरक्षा वाई कैटेगरी की होगी और इसकी कमान सीआरपीएफ के हाथ में होगी। जेडीयू से तनातनी के बीच केंद्र सरकार का यह बड़ा फैसला माना जा रहा है। केंद्र के इस फैसले से ठीक पहले बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार सरकार की पुलिस और प्रशासन पर सवाल खड़े किए थे।
जिन नेताओं को वाई श्रेणी सुरक्षा दी गयी है, उसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, उप-मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी, दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, अररिया सांसद प्रदीप सिंह, किशनगंज के एमएलसी दिलीप जायसवाल, कटिहार से एमएलसी अशोक अग्रवाल, पटना में दीघा विधायक संजीव कुमार चौरसिया, विस्फी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल और दरभंगा विधायक संजय सरावगी शामिल हैं। इनकी इस श्रेणी की सुरक्षा में सीआरपीएफ के तीन जवान एक जमादार रैंक का पदाधिकारी चौबीसों घंटे तैनात रहेगा।
एक माननीय के साथ सभी चार जवानों की टीम तीन शिफ्ट में यानी आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी देगी। इस तरह से एक माननीय के साथ 12 जवानों की तैनाती रहेगी। इस तरह से चार-चार जवान चौबीस घंटे एक माननीय की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
भाजपा नेताओं को मिली सुरक्षा पर जदयू का तंज
भाजपा नेताओं को केंद्र सरकार से सुरक्षा उपलब्ध कराए जाने पर जदयू ने तंज कसा है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि किन परिस्थितियों में भाजपा नेताओं को सुरक्षा की जरुरत पड़ गई, वे वही बता सकते हैं। लेकिन यह सच्चाई है कि राज्य सरकार ने मानक के अनुसार सबों को सुरक्षा दे रखी है। अभी सबसे बड़ी सुरक्षा का मसला युवाओं के भविष्य का है।
युवाओं के भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो, इसकी सार्थक पहल होनी चाहिए। उनके मन में जो आशंका है, उसका समाधान होना चाहिए। युवा देश के भविष्य हैं, वे राष्ट्र के पुरुषार्थ हैं। इसलिए युवाओं से संवाद अनिवार्य तौर पर किया जाना चाहिए। आखिरकार युवाओं के मन में इस तरह के सवाल क्यों है। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है कि युवाओं के भविष्य की सुरक्षा का दायित्व सबों का है।
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने कही थी यह बात
गौरतलब है कि बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि इस विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा को टारगेट किया जा रहा है। तीन जिलों में बीजेपी के दफ्तर जला दिए गए लेकिन पुलिस वहां मौन रही। संजय जायसवाल ने कहा कि पुलिस-प्रशासन ने इस मामले में वैसे कार्रवाई नहीं की जिस तरह से करनी चाहिए थी। ना कहीं लाठीचार्ज हुआ और ना ही कहीं आंसू गैस छोड़ा गया।
लगातार जारी है प्रदर्शन
बता दें कि बिहार में अग्निपथ योजना के खिलाफ चौथे दिन भी युवाओं का प्रदर्शन जारी रहेगा। पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन काफी उग्र हो चुका है। प्रदर्शनकारियों ने कई जिलों में जमकर तोड़फोड़ और ट्रेनों तक में आग लगा दी है। यहां तक की प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम रेणु देवी और बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के घर पर भी हमला बोल दिया। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने भाजपा कार्यालयों में भी आगजनी और तोड़फोड़ की है।