बंडा (मध्यप्रदेश): भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार हो रहे भारी इजाफे के बीच मध्य प्रदेश के सागर जिले में मंगलवार को एक जैन संत के आगमन के जश्न में सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाल की जमकर धज्जियां उड़ी और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। गौरतलब है कि देश में कोरोना के केसों की संख्या बढ़ते हुए 75 हजार के करीब पहुंच गई है और पिछले 24 घंटों में ही 3500 से अधिक मामले सामने आए हैं। मध्यप्रदेश की बात करें तो यह देश के कोरोना वायरस से प्रभावित प्रमुख राज्यों में से एक है। यहां अब तक इस वायरस के 3,986 मामले सामने आएं है और 225 लोगों को इस वायरस के कारण जान गंवानी पड़ी है।
कोरोना वायरस के इस बढ़ते प्रकोप के बीच पीएम मोदी लगातार देशवासियों से ट्रांसमिशन की श्रंखला तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करने का आग्रह कर रहे हैं। हालांकि बंडा शहर में गुरुवार को जैन संत के आगमन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का जरा भी पालन होते नजर नहीं आया।
मीडिया रिर्पोटस में सामने आए फोटो में हजारों की संख्या में पुरुषों और महिलाओं को संत प्रमाणसागर और उनके शिष्यों के आसपास देखा जा सकता है। इस मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (सागर) ने कहा, "मामले की जांच और आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।" उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाल और धारा 144 के आदेशों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किया गया।
गौरतलब है कि सागर जिले में अब तक कोविड-19 के 10 मामले सामने आ चुके हैं और एक शख्स की मौत इस वायरस से हो चुकी है। सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का मजाक बनने पर देश में गुस्सा है। हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने सोशल डिस्टेसिंग के नियम की अवहेलना को अपराध की श्रेणी में रखने की मांग की है।
उधर, मीडिया से बात करते हुए मंत्री विज ने कहा, 'यदि सोशल डिस्टेंसिंग के उपायो और मॉस्क पहनने के नियम को सख्ती से लागू नहीं किया गया तो कोरोना के केसों की संख्या में इजाफा होगा और इससे हमारे हेल्थकेयर सिस्टम पर दबाव बढ़ेगा।'
इस बीच, मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के लोगों से तालाबंदी के चरणबद्ध तरीके से सुझाव मांगे हैं। मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कृषि, उद्योगों और सार्वजनिक परिवहन और स्थानों के लिए लॉकडाउन को आसान बनाने के लिए सुझाव आमंत्रित किए। नागरिक राज्य सरकार के पोर्टल mygov.in पर यह सुझाव दे सकते हैं।