ताज़ा खबरें
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के नासिक में फंसे मध्य प्रदेश के मजदूरों को लेकर ट्रेन शनिवार सुबह भोपाल के मिसरोद स्टेशन पहुंची। स्टेशन पर ही मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई और भोजन आदि का इंतजाम किए जाने के बाद मजदूरों को बसों से उनके घरों को रवाना किया गया। मिसरोद क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस (एसडीओपी) अनिल त्रिपाठी ने बताया कि नासिक से आई ट्रेन में 347 मजदूर थे। इन मजदूरों की पहले स्टेशन पर ही स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद उन्हें भोजन आदि दिया गया और फिर बसों से सभी को गांव की ओर रवाना किया गया।

भोपाल रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी आई ए सिद्दीकी ने बताया कि इस ट्रेन से 347 मजदूर आए हैं। ये मजदूर राज्य के 25 जिलों से है, जिन्हें बसों से रवाना किया गया है। मिसरोद रेलवे स्टेशन भोपाल के मुख्य स्टेशन से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित है। ट्रेन को भोपाल और हबीबगंज से स्टेशन से पहले के स्टेशन मिसरोद में रोका गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने शुक्रवार की रात को ट्वीट कर नासिक में फंसे मजदूरों के टेन से आने की जानकारी दी थी।

चौहान ने एक अन्य ट्वीट में मजदूरों को भरोसा दिलाया था कि वे किसी तरह की चिंता न करें। उन्होंने कहा था, “महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, कनार्टक और गोवा में फंसे अपने श्रमिक भाइयों से कहना चाहता हूं कि आप जरा भी चिंता न करें। संकट की इस घड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मैं और पूरी मध्यप्रदेश सरकार खड़ी है। हम आपको सकुशल घर लायेंगे।”

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख