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भोपाल: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराते जा रहे हैं। सियासी गहमागहमी के बीच आज (मंगलवार) सुबह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान अमित शाह भी उनके साथ रहे। इस पूरे मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि कांग्रेस विधायकों को बेंगलुरु भेजने के लिए भाजपा ने चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की थी।

मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिलने उनके आवास पर जा रहे दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने कांग्रेस विधायकों को कर्नाटक भेजने के लिए चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था की थी। उन्होंने इसके सबूत होने का भी दावा किया है। दिग्विजय सिंह ने इसे मध्य प्रदेश की जनता के साथ धोखा करार दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि कमलनाथ ने माफियों के खिलाफ कार्रवाई की। प्रदेश सरकार में कांग्रेस के कई मंत्रियों सहित 20 से अधिक विधायकों के बेंगलुरु जाने की खबर है। इनमें कई मंत्री भी शामिल हैं। इन विधायकों के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थक बताया जा रहा है।

 

कुछ विधायकों के फोन बंद

इससे पहले कमलनाथ सरकार के 15 से 20 बागी विधायकों के बेंगलुरु पहुंचने की खबर आई थी। इनमें कई मंत्री भी शामिल हैं। सभी विधायकों के फोन बंद आ रहे हैं।

विधानसभा का समीकरण

मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीट हैं। दो विधायकों का निधन हो चुका है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। सरकार के लिए जरूरी आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को चार निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा विधायक का समर्थन है। उसके पास कुल 121 जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं।

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